अमेरिकी नागरिक के मकान को फर्जी तरीके से गिरवी रखकर बैंक से लोन लेने वाले बैंककर्मियों पर मुकदमा, लगे हैं गंभीर आरोप

वाराणसी। नदेसर में अमेरिकी नागरिक के भवन को फर्जी तरीके से गिरवी रखकर बैंक से 15 लाख रुपये लोन लेने के मामले में बैंक कर्मियों पर मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोप है कि फर्जी तरीके से कूटरचित दस्तावेज बनाकर इसे अंजाम दिया गया। पुलिस प्रकरण की छानबीन कर रही है।
केनरा बैंक बांसफाटक के कर्मचारियों और महिला के खिलाफ कैंट थाने में धोखाधड़ी समेत अन्य आरोपों में मुकदमा दर्ज कराया गया है। पीड़ित अतहर जमील ने बताया कि वह अमेरिकी नागरिक हैं। उनकी मां साफिया जलील के नाम से नदेसर में भवन है। इन्होंने अपनी संपत्ति और वसीयतनामा अपने बेटों के नाम कर दिया है। उनकी मां सफिया जलील का अक्टूबर 2003 में अमेरिका में देहांत हो गया।
आरोप है कि 2004 में नेहाल नैयर नामक व्यक्ति ने महिला को सफिया जलील के रूप में पेश किया और सदर तहसील से उनके नाम से फर्जी प्रमाणपत्र बनवाकर केनरा बैंक की बांसफाटक शाखा में गारंटर के तौर पर पेश किया। इसके बाद उन्होंने मारूटी जोन नामक फर्म के नाम पर 15 लाख रुपये की सीसी लिमिट पास करवाई।
आरोप है कि सफिया जमीन की मृत्यु के बाद 2006 में लोन का नवीनीकरण कर दिया गया। डीआरटी इलाहाबाद में चले मुकदमे के दौरान भी नेहाल नैयर ने फर्जी रूप से दावा किया कि वह और उसकी मां ही मृतका के वारिस हैं, जबकि वसीयत में अतहल जमील समेत अन्य उत्तराधिकारी पहले से नामित थे।