वाराणसी के सुजाबाद में 12 साल का मासूम लापता, चार दिन बाद भी पुलिस के हाथ खाली, मां रो-रोकर लगा रही गुहार

घर से निकलने के बाद नहीं लौटा ऋषभ
मां आरती तिवारी के मुताबिक, ऋषभ सुबह 9 बजे स्कूल गया था, लेकिन उसे पता नहीं था कि डीएम के आदेश के चलते स्कूल 5 फरवरी तक बंद कर दिया गया है। वह सुबह 11 बजे घर लौटा और बताया कि स्कूल में हाफ डे था, इसलिए जल्दी आ गया। उसने बैग, जूते और स्वेटर उतारकर रख दिए और चप्पल पहनकर बाहर जाने लगा। जब मां ने पूछा तो उसने जवाब दिया, "बस मां, 10 मिनट में आता हूं।" लेकिन इसके बाद वह कभी लौटकर नहीं आया।
परिजनों ने की तलाश, पुलिस में दर्ज कराई रिपोर्ट
जब ऋषभ दोपहर 12 बजे तक घर नहीं लौटा तो परिजनों ने उसकी तलाश शुरू की। रिश्तेदारों और आसपास के लोगों से पूछताछ की, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं मिला। अंततः उन्होंने रामनगर थाने में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। मां आरती तिवारी बेटे की सलामती के लिए लगातार पुलिस से गुहार लगा रही हैं। उनका कहना है कि उनका किसी से कोई विवाद नहीं है, वे बस अपने बेटे को वापस पाना चाहती हैं।
दोस्त के घर मिलने गया था ऋषभ
परिवार ने आसपास के लोगों से जानकारी जुटानी शुरू की, तो पता चला कि ऋषभ अपने दोस्त ओम यादव के घर गया था। जब पुलिस ने उसके दोस्त ओम यादव से पूछताछ की, तो उसने बताया कि ऋषभ कॉपी लेने आया था। हालांकि, ऋषभ के बैग में वह कॉपी नहीं मिली। इसके बाद पुलिस ने ओम यादव और उसके परिवार से पूछताछ की और सीसीटीवी फुटेज खंगाले।
सीसीटीवी फुटेज में स्कूल से घर लौटने के बाद दिखा ऋषभ
पुलिस को जो सीसीटीवी फुटेज मिले, उनमें ऋषभ सुबह स्कूल जाने और घर लौटने के दौरान दिखाई दिया। पुलिस के अनुसार, वह स्कूल से लौटने के कुछ देर बाद चार अन्य लड़कों के साथ देखा गया था। दोस्त ओम यादव ने बताया कि ऋषभ को भूख लगी थी, इसलिए उन्होंने साथ में पूड़ी-कचौड़ी खाई। इसके बाद ऋषभ घर लौट गया था।
पुलिस की कार्रवाई पर उठे सवाल
परिजन लगातार पुलिस से बेटे को ढूंढने की अपील कर रहे हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस सुराग नहीं मिला है। घटना के चार दिन बाद भी पुलिस मासूम का पता नहीं लगा सकी है।
परिवार को लौटने भी उम्मीद
मां आरती तिवारी अपने बेटे के लौटने का बेसब्री से इंतजार कर रही हैं। वह बार-बार यही कह रही हैं, "हमें हमारा लड़का चाहिए, बस और कुछ नहीं।" पुलिस ने भरोसा दिलाया है कि जल्द ही ऋषभ को ढूंढ लिया जाएगा। परिजन उम्मीद कर रहे हैं कि उनका बेटा सुरक्षित लौट आए।