केंद्रीय विद्यालय छात्र आत्महत्या : बहन तनीषा के साथ स्कूल गेट पर बैठे छात्र, कहा- प्रताड़ित करने वालों पर हो कार्रवाई
रिपोर्ट : ओमकारनाथ
वाराणसी। केंद्रीय विद्यालय बीएचयू के छात्र मयंक यादव द्वारा आत्महत्या करने के मामले को लेकर छात्रों ने मंगलवार की सुबह प्रोटेस्ट शुरू कर दिया है। अपने साथी की मौत के मामले में केंद्रीय विद्यालय के छात्र न्याय की मांग करते हुए विद्यालय के गेट पर धरने पर बैठ गए हैं। छात्रों की मांग है कि मयंक ने जिस प्रताड़ना भी वजह से आत्महत्या की है उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। इस दौरान छात्रों के हाथ में पोस्टर और बैनर भी मौजूद रहा जिसमें वी वांट जस्टिस का स्लोगन भी लिखा हुआ है।
छात्रों का आरोप है कि विगत 4 वर्षों से आए दिन प्रधानाचार्य दिवाकर सिंह और उप प्रधानाचार्या विनीता सिंह द्वारा छात्रों पर अत्याचार मारना पीटना स्कूल से निकालने की धमकी देना आम बात हो गई थी। जिसकी लगातार केंद्रीय विद्यालय संगठन बाल संरक्षण आयोग से शिकायत भी की जा रही थी। बावजूद उसके कोई कार्यवाही ना होने के कारण प्रधानाचार्य और उप प्रधानाचार्या समेत चपरासी आनंद एवं कई शिक्षकों का रवैया छात्रों के प्रति हिटलर जैसा था। वही, प्रधानाचार्य 4 दिन पहले प्रार्थना सभा में छात्रों को 6 महीने सस्पेंड करने की धमकी भी दे रहे थे। हमारे विद्यालय का छात्र मयंक को प्रधानाचार्य एवं उप प्रधानाचार्य ने 25 से 30 थप्पड़ मार था और उसके माता-पिता की भी बेज्जती की थी।
बता दें कि केंद्रीय विद्यालय काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले कक्षा 9 के छात्र ने रविवार रात फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। मृतक को स्कूल में मोबाइल ले जाने के आरोप में विद्यालय से एक हफ्ते के लिए सस्पेंड किया गया था। वहीं स्कूल में मयंक के सामने ही उसके पिता और मां को प्रिंसिपल और क्लास टीचर ने जलील किया था जिससे बच्चा काफी आहत था।
परिजनों का आरोप है कि मयंक ने तनाव के कारण मौत को गले लगा लिया। उन्होंने पुलिस से प्रकरण में उचित कार्रवाई की मांग की है।
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