केंद्रीय विद्यालय स्टूडेंट आत्महत्या : 'भाई सस्पेंशन के बाद चुप था और मां से कई बार कहा टीचर से बात कर मेरा सस्पेंशन कैंसिल करवा दो'
वाराणसी। भाई-बहन के पर्व रक्षाबंधन में अब कुछ ही दिन रह गए हैं। ऐसे में सीरगोवर्धन के मयंक ने फांसी लगाकर बड़ी बहन तनीषा की सभी तैयारियों को शोक में तब्दील कर दिया। मयंक की मौत से सबसे अधिक बदहवास बहन तनीषा दिखी। तनीषा ने बताया कि भाई सस्पेंशन के बाद चुप था और मां से कई बार टीचर से बात कर स्कूल जाने के लिए कह चुका था। मां ने बात भी की थी पर उन लोगों ने रिक्वेस्ट भी नहीं मानी।
बहन ने रोते हुए बताया कि भाई स्कूल मोबाइल नहीं ले जाता था। हमारे एग्जाम 26 को ख़त्म हुए थे जिसके बाद 27 को हमारे स्कूल का शेड्यूल 9.40 था लेकिन 28 को शेड्यूल 6.40 का हो गया था, जो हमें पता नहीं था क्योंकि हम लोग ज्यादा मोबाइल नहीं इस्तेमाल करते हैं। हमें जब पता चला तो हम जल्दी-जल्दी तैयार हुए और स्कूल निकल गए। उस समय मेरा भाई मोबाइल देख रहा था और वह उसकी जेब में ही रह गया।
वह उसे स्कूल के हाफ टाइम में आकर मुझे बताया कि दीदी गलती से मेरे जेब में मोबाइल घर से आ गया है जिसके बाद तनिषा ने कहा कि मेरी क्लास में बैग चेक होगा और तुम इसे स्विच ऑफ करके अपने पास रख लो। आखरी क्लास लाइब्रेरी में कुछ बात विवाद के चलते भाई ने वहां पर वीडियो बनाना स्टार्ट किया जिस पर लाइब्रेरियन ने भाई को पकड़ लिया और वीडियो डिलीट कर दिया और साथी तनिषा ने बताया कि लाइब्रेरियन ने उनके भाई को दो थप्पड़ मारे और सहायक प्रिंसिपल के पास ले जाया गया जहां पर उसकी प्रिंसिपल ने उनके पिता को फोन किया और इस घटना की जानकारी उनके पिता को दी और कहा कि आपके बेटे को 7 दिनों के लिए स्कूल ना आने की अनुमति दी जाती है और मोबाइल अभी नहीं दिया जाएगा।
तनीषा ने बताया कि जब से सस्पेंड हुआ था वह घर का सारा काम करने लगा था। यहां तक की झाड़ू-पोछा भी करने लगा था। सबको खाना देता था, दवा देता था। कल रात में मेरे पास आया और बोला कि कल मेरा पीटीएम है मुझे बहुत डर लग रही है क्योंकि स्कूल के बच्चे हमें चिढ़ाएंगे और मां छोड़ने जायेगी वो भी डिप्रेस्ड हो जाएगी।
हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्वाइन करने के लिये यहां क्लिक करें, साथ ही लेटेस्ट हिन्दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लिये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लिये यहां क्लिक करें।