ऐतिहासिक होगा काशी में भारत के भविष्य की शिक्षा प्रणाली पर देशभर के विद्वानों का महा-मंथन, सर्वविद्या की राजधानी में जुटेंगे 32 विश्वविद्यालयों के कुलपति
वाराणसी। प्रचीन काल से भारत का शैक्षणिक और आध्यात्मिक भूत, वर्तमान और भविष्य तय करने वाली काशी में विद्वानों का ऐतिहासिक जुटान होने जा रहा है। सर्वविद्या की नगरी कही जाने वाली काशी में गुरुवार से देशभर के 32 विश्वविद्यालयों के कुलपति और नामचीन शैक्षणिक संस्थाओं के चोटी के विद्वान नयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर महा-मंथन करेंगे।
अखिल भारतीय शिक्षा समागम के तहत राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के कार्यान्वयन विमर्श कार्यक्रम का उद्घाटन देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गुरुवार को रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में करेंगे। 7 जुलाई से शुरू होने वाला ये कार्यक्रम आगामी 9 जुलाई तक चलेगा। इस दौरान देश की लगभग सभी बड़ी यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर के अलावा IIM और IIT सहित तमाम प्रतिष्ठत संस्थानों के शीर्ष विद्वान एकजुट होकर भारत की शिक्षा प्रणाली की नयी दिशा पर गहन विमर्श करेंगे। देशभर के ये शिक्षाविद् अपने अपने विषय में महारथ हासिल किये हुए अनुभवी विद्वान हैं।
उद्घाटन समारोह में इनकी होगी खास उपस्थिति
उद्घाटन समारोह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, देश के शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अलावा शिक्षाविदों की एक लंबी फेहरिस्त है, जो अगले तीन दिन तक काशी में नयी शिक्षा नीति पर मंथन करेंगे। इनमें नयी शिक्षा नीति प्रारूप समिति के चेयरमैन डॉ के कस्तूरिरंगन जैसे चोटी के अंतरिक्ष वैज्ञानिक और शिक्षाविद् भी शामिल हैं।
देखिए पूरी लिस्ट कौन कौन से विद्वान आ रहे काशी
पहले दिन (7 जुलाई 2022)
- गुजरात सेंट्रल यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रो रामा शंकर दुबे
- आईआईएम बैंगलोर के डायरेक्टर डॉ ऋषिकेश टी कृष्णन
- जैन यूनिवर्सिटी, बैंगलोर के वाइस चांसलर प्रो राज सिंह
- सावित्री बाई फुले विश्वविद्यालय, पुणे के पूर्व वाइस चांसलर प्रो नितिन करमालकर
- हिमाचल प्रदेश सेंट्रल यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रो एसपी बंसल
दूसरे दिन (8 जुलाई 2022)
- भारतीय विज्ञान संस्थान बैंगलोर के डायरेक्टर प्रो जी रंगराजन
- आईआईटी खड़गपुर के डायरेक्टर प्रो वीके तिवारी
- एसआरएम इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड टेक्नॉलॉजी, चेन्नई के वाइस चांसलर प्रो सी मुत्थंमिज शेलवन
- नरुपतुंग विश्वविद्यालय, बैंगलोर के वाइस चांसलर डॉ श्रीनिवास बाली
- मिजोरम सेंट्रल यूनिवर्सिटी, आईजॉल के वाइस चांसलर प्रो के आर एस सांबशिवा राव
- नयी शिक्षा नीति प्रारूप समिति के सदस्य प्रो एम के श्रीधर
- अंतर विश्वविद्यालय त्वरक केंद्र (IUAC), नई दिल्ली के डायरेक्टर प्रो अविनाश सी पांडेय
- बड़ौदा महाराजा सैयाजीराव विश्वविद्यालय, वडोदरा के कुलपति प्रो डॉ विजय कुमार श्रीवास्तव
- नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन (NCTE) के चेयरपर्सन प्रो दिनेश प्रसाद सकलानी
- जम्मू सेंट्रल यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रो संजीव जैन
- नेशनल बोर्ड एक्रीडेशन (NBA) नई दिल्ली के चेयरमैन प्रो के के अग्रवाल
- मैसूर यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रो जी हेमंत कुमार
- अन्नामलाई यूनिवर्सिटी, चिदंबरम, तमिलनाडु के वाइस चांसलर डॉ आर एम कथिरेसन
- सस्त्र (SASTRA), तंजावुर के वाइस चांसलर प्रो डॉ एस वैद्य सुब्रह्मणियम
- पंजाब सेंट्रल यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रो आर पी तिवारी
- आल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन (AICTE) के चेयरमैन प्रो अनिल डी सहस्त्रबुद्धे
- IIT मद्रास के डायरेक्टर प्रो कामकोटि वैजनाथन
- श्रीराम चंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ हायर एजुकेशन एंड रिसर्च, चेन्नई के वाइस चांसलर प्रो पी वी विजयराघवन
- समग्र के चीफ टेक्नॉलॉजिस्ट एवं डू न्यू के सह संस्थापक राहुल कुलकर्णी
- इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो नागेश्वर राव
- मौलाना आजाद नेशनल उर्दू विश्वविद्यालय, हैदराबाद के वाइस चांसलर प्रो सईद एनुल हसन
- सेंट्रल ट्राइबल यूनिवर्सिटी, विजयनगरम, आंध्र प्रदेश के वाइस चांसलर प्रो टी वी कट्टीमणि
- एसएनडीटी विमेन यूनिवर्सिटी, मुम्बई की वाइस चांसलर डॉ उज्जवला चक्रदेव
- जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी, नई दिल्ली के वाइस चांसलर प्रो शांतिश्री धूलिपुडी पंडित
- यूजीसी की कमिशन मेंबर और भगत फूल सिंह महिला विश्वविद्यालय की पूर्व कुलपति प्रो सुषमा यादव
- एचपीसी फॉर प्रमोशन ऑफ इंडियन लैंग्वेज के चेयरमैन प्रो चामू कृष्णा शास्त्री
- इंडियन नॉलेज सिस्टम के को-ऑर्डिनेटर प्रो गंती सूर्यनारायण मूर्ति
- इंडियन काउंसिल ऑफ हिस्टोरिकल रिसर्च, नई दिल्ली के चेयरमैन प्रो राघवेन्द्र तंवर
- रामकृष्ण मिशन विवेकानंद एजुकेशनल रिसर्च इंस्टीट्यूट बेलूर मठ के वाइस चांसलर स्वामी सर्वोत्तमानंद
- राष्ट्रीय संस्कृत विद्यापीठ तिरुपति के वाइस चांसलर प्रो राधाकांत ठाकुर
- दिल्ली यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रो योगेश सिंह
- डॉ बाबासाहेब अंबेडकर ओपेन यूनिवर्सिटी, अहमदाबाद के कुलपति प्रो ए यू उपाध्याय
- लखनऊ यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रोफेसर आलोक राय
- गणपत यूनिवर्सिटी मेहसाणा, गुजरात के डायरेक्टर जनरल डॉ महेन्द्र शर्मा
तीसरे दिन (9 जुलाई 2022)
- आईआईटी तिरुपति के डायरेक्टर डॉ के एन सत्यनारायणन
- नेशनल काउंसिल ऑफ वोकेशनल एजुकेशन एंड ट्रेनिंग (NCVET) के चेयरपर्सन डॉ एन एस कलसी
- AICTE के वाइस चेयरमैन प्रो एम पी पूनिया
- विश्वकर्मा स्किल डेवलपमेंट यूनिवर्सिटी हरियाणा के वाइस चांसलर प्रो राज नेहरू
- दयालबाग यूनिवर्सिटी, आगरा के डायरेक्टर प्रो प्रेम कुमार कालरा
- बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रो सुधीर जैन
- सिम्ब्योसिस, पुणे के प्रो-चांसलर प्रो विद्या यरावेदकर
- चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी, पंजाब के वाइस चांसलर प्रो आनंद अग्रवाल
- ओपी जिंदल यूनिवर्सिटी, सोनीपत के वाइस चांसलर प्रो डॉ सी राज कुमार
- चितकरा यूनिवर्सिटी पंजाब की वाइस चांसलर डॉ अर्चना मंत्री
- IIT गुवाहाटी क डायरेक्टर प्रो टी जी सीताराम
- मुम्बई यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रो सुहास पेदनेकर
- ग्राफिक ऐरा डीम्ड यूनिवर्सिटी, देहरादून के वाइसचांसलर प्रो डॉ एन एन नागराज
- गुरु घासीदास विश्वविद्यालय, बिलासपुर छत्तीसगढ़ के वाइस चांसलर प्रो आलोक कुमार चक्रवाल
- टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंस (TISS), मुम्बई की डायरेक्टर डॉ शालिनी भारत
- त्रिपुरा सेंट्रल यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर डॉ गंगा प्रसाद प्रसैन
- उच्च शिक्षा के सचिव के संजय मूर्ति
- यूजीसी के चेयरमैन प्रो जगदीश कुमार
- यूजीसी के सचिव प्रो रजनीश जैन
इन विषयों पर होगा विमर्श
- बहुआयामी और समग्र शिक्षा (Multidisciplinary and holistic education )
- अनुसंधान, नवाचार और उद्यमिता (research, innovation and enterpreneurship )
- गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए शिक्षक का शासन और क्षमता निर्माण (Governance and Capacity Building of Teacher for Quality Education)
- गुणवत्ता, रैंकिंग और प्रत्यायन (Quality, Ranking and Accreditation)
- डिजिटल सशक्तिकरण और ऑनलाइन शिक्षा (Digital Empowerment and Online Education)
- समान और समावेशी शिक्षा (Equitable and Inclusive Education)
- भारतीय भाषाओं और भारतीय ज्ञान प्रणालियों को बढ़ावा देना (Promotion of Indian Languages and Indian Knowledge systems)
- एनईपी 2020 कार्यान्वयन की सफलता की कहानियां और सर्वोत्तम अभ्यास (Success Stories and Best Practices of NEP 2020 Implementation)
- कौशल विकास और रोजगार (Skill Development and Employability)
- शिक्षा का अंतर्राष्ट्रीयकरण (Internationalization of Education)
- समापन सत्र और उच्च शिक्षा पर वाराणसी घोषणा को अंगीकार करना (Valedictory Session and Adoption of Varanasi Declaration on Higher Education)

