गंगा एक्सप्रेस-वे का नहीं होगा वाराणसी तक विस्तार, अधिक धनराशि व्यय बना कारण
वाराणसी। वाराणसी। गंगा एक्सप्रेस वे पर राज्य सरकार तेजी से काम कर रही है। बीते चुनाव के पहले इसे प्रयागराज की जगह वाराणसी तक किये जाने की घोषणा के बाद हुए सर्वे में अत्याधिक धन व्यय को देखते हुए मौजूदा सरकार ने इससे हाथ खींच लिया है। अब गंगा एक्सप्रेसवे सिर्फ मेरठ से प्रयागराज तक ही बनेगा। 140 किलोमीटर और बढ़ाने पर इसपर अत्याधिक खर्च होने की वजह से यह निर्णय लिया गया है। जिलाधिकारी कौशलराज शर्मा ने बताया कि गंगा एक्सप्रेस-वे अब केवल प्रयागराज तक बनेगा।
बता दें कि पिछले वर्ष मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मेरठ से प्रयागराज तक करीब 594 किलोमीटर लम्बे गंगा एक्सप्रेस-वे परियोजना का विस्तार बनारस तक करने की घोषणा की थी। सरकार की मंशा हल्दिया-वाराणसी जलपरिवहन और वाराणसी-सासाराम निर्माणाधीन सिक्सलेन को गंगा एक्सप्रेस-वे से जोड़ने की थी। ताकि, पूर्वांचल का पश्चिम यूपी के साथ दिल्ली, हरियाणा, पंजाब सहित उत्तरी भारत के राज्यों से सीधे जुड़ाव हो।
सरकार ने यूपीडा (उत्तर प्रदेश औद्योगिक विकास प्राधिकरण) को प्रयागराज तक सर्वे की जिम्मेदारी दी थी। यूपीडा ने प्रयागराज से भदोही व मिर्जापुर होते हुए डाफी के पास एनएच-2 तक करीब 140 किमी लम्बे एक्सप्रेस-वे का सर्वे कराया। गंगा से छह से 10 किमी किनारे-किनारे 60 से अधिक गांवों में सर्वे हुआ था। कम्पनी ने विधानसभा चुनाव से पूर्व सर्वे रिपोर्ट शासन को सौंप दी थी।
नई सरकार ने काफी धनराशि खर्च होते देख वर्तमान में परियोजना से हाथ खींच लिया है। इस निर्णय से मुख्यमंत्री को भी अवगत करा दिया गया है।

