विश्व वैदिक सनातन संघ के मुकदमें अब नहीं लड़ेंगे अधिवक्ता हरि शंकर जैन और विष्णु शंकर जैन, जितेंद्र सिंह बिसेन ने किया एलान
वाराणसी। ज्ञानवापी मस्जिद-शृंगार गौरी कोर्ट कमीशन की सर्वे के बाद वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी के लीक होने के मामले में अब हिन्दू पक्ष के अंदर अंतरकलह शुरू हो गयी है, जहां विश्व वैदिक सनातन संघ के अध्यक्ष जितेंद्र सिंह बिसेन ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए सीबीआई जांच की मांग की है तो वहीँ एक अन्य महिला पक्षकार ने मंगलवार को ही कहा था कि ख़ुशी है कि बाबा सबके सामने आ गए।
वहीं देर शाम विश्व वैदिक सनातन संघ के अध्यक्ष जितेंद्र सिंह बिसेन ने मुकदमें के पहले दिन से उनके साथ साथ रहे सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता हरिशंकर जैन और विष्णु शंकर जैन से किनारा कर लिया है। उन्होंने एलान किया है कि सिविल कोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक के सभी मुकदमें में अब ये दोनों ही अधिवक्ता उनके मामले नहीं देखेंगे और उनका वकालतनामा निरस्त किये जाने का निर्णय लिया है।
जितेंद्र सिंह बिसेन ने मंगलवार की शाम दो फैसले लिए जिसमें पहला यह कि हरि शंकर जैन की अध्यक्षता में चल रही हिंद साम्राज्य पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और राष्ट्रीय महामंत्री के पद से इस्तीफा दे रहे हैं। दूसरा विश्व वैदिक सनातन संघ के प्रमुख जितेंद्र सिंह विसेन ने एडवोकेट हरि शंकर जैन और विष्णु शंकर जैन के वकालतनामे अपने सभी मुकदमों से निरस्त करने का निर्णय लिया है। यह निर्णय जिला कचहरी से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक के मुकदमों के लिए है।

