हाईवे पर पत्रकार बनकर करते थे वाहनों से वसूली, कथित संपादक समेत 9 गिरफ्तार, फर्जी आईडी कार्ड समेत कैमरा व रिपोर्टिंग स्टैंड भी बरामद
जानकारी के मुताबिक, तीन-चार दिनों से पिकेट व गश्त टीम में लगे पुलिस कर्मियों की शिकायत थी कि एक कार में सवार होकर कुछ कथित पत्रकार आते हैं और स्टिंग का डर दिखाकर पुलिसकर्मियों को डरा धमका कर पैसों की मांग करते हैं। इसके साथ ही हाईवे पर आने जाने वाली गाड़ियों को रोककर अवैध वसूली करते हैं। इसके बाद लंका थाने की पुलिस सक्रियता से उक्त वाहन को मौके से पकड़ा और 9 स्वघोषित पत्रकारों को गिरफ्तार किया।
गिरफ्तार अभियुक्तों में मृदुल कुमार तिवारी भेलूपुर थाना क्षेत्र के BLW न्यू कॉलोनी, लालबाबू सोनकर, आकाश कुमार गौतम, गौरव कुमार भारती, प्रकाश शर्मा, सावन कुमार नायक, अनिल कश्यप, मंडुआडीह थाना क्षेत्र के लहरतारा और दिलीप कुमार व जितेंद्र सोनकर सिगरा थाना क्षेत्र के चंदवा छित्तुपुर के रहने वाले हैं।
संगठित गिरोह वारदातों को देता था अंजाम
डीसीपी काशी जोन ने इसका खुलासा करते हुए बताया कि इन सभी का एक संगठित गिरोह है, जिसमें शामिल सभी सदस्यों को अलग-अलग काम बांटे गए हैं। यह सभी अपने आपको मीडियाकर्मी बताते हुए अलग-अलग पदों पर कार्यरत बताते हैं और हाईवे पर आने जाने वाले वाहनों को रोककर स्टिंग ऑपरेशन का डर दिखाकर देते हुए पैसे वसूलते हैं। इतना ही नहीं, यह ड्यूटी पर तैनात पुलिस कर्मियों को वीडियो रिकॉर्ड करने एवं पत्रकार होने की बात बता कर डराते धमकाते हैं। मीडियाकर्मी होने की बात जानकर इन्हें कोई रोकता नहीं था और उनकी अच्छी खासी कमाई हो जाती थी।
गिरफ्तारी करने वाली टीम
फर्जी पत्रकारों की गिरफ़्तारी करने वाली टीम में लंका थाना प्रभारी शिवाकांत मिश्रा, क्राइम प्रभारी सुहैल अहमद, चौकी प्रभारी रमना अश्वनी कुमार राय, चौकी प्रभारी नगवां अजय कुमार, हेड कांस्टेबल मनोज राय, हेड कांस्टेबल कृष्णानंद राय, कांस्टेबल ऋषिकेश राय, कांस्टेबल चन्दन पाण्डेय, कांस्टेबल दीपक मौर्य, कांस्टेबल शुभम तिवारी, कांस्टेबल चंद्रशेखर मिश्रा व कांस्टेबल चंदन सिंह शामिल रहे।
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