काशी में हुआ मृत किन्नरों का तर्पण, पिशाचमोचन कुंड पर 35 किन्नरों ने पूर्वजों का किया पिंडदान
इस समारोह में 35 किन्नरों ने पिंडदान और तर्पण किया। किन्नर लक्ष्मी नारायण ने कहा कि हम उन व्यक्तियों का पिंडदान करते हैं जो इस अनुष्ठान से छूट जाते हैं।
किन्नर महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने कहा कि हमने यह संकल्प लिया है कि हर दो साल में बनारस आकर पिंडदान करेंगे। कई किन्नर प्राकृतिक कारणों से गुजर जाते हैं, और उनका श्राद्ध कर्म नहीं होता, इसलिए हम हर साल अज्ञात और ज्ञात किन्नरों के लिए पिंडदान करते हैं।
8 वर्षों से लगातार कर रहे तर्पण
महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने बताया कि 2016 से लगातार सामूहिक पिंडदान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि किन्नरों की जिंदगी बहुत कठिन होती है, और जब परिवार वालों को उनके किन्नर होने का पता चलता है, तो उन्हें घर से निकाल दिया जाता है।
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