1825.65 लाख से करखियांव का होगा सौंदर्यीकरण, बनेंगे स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के स्मृति स्तंभ, लोगों के जेहन में आज भी है 1942 का आंदोलन
उन्होंने बताया कि 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन में करखियांव गांव की महिलाओं समेत 24 स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों ने अंग्रेजों के खिलाफ आजादी की लड़ाई लड़ी और कठोर कारावास का दंड भी झेला। इसमें भगवती सिंह, बासुदेव सिंह, अवध नारायण सिंह, नौरंगी देवी, गंगाजली देवी, निरंजनी देवी आदि शामिल रहीं। उन्होंने बताया कि परियोजना के तहत तालाब का जीर्णोद्धार, स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के स्मृति स्तंभ, बच्चों के खेलने के लिए पार्क, स्थल तक पहुंचने के लिए एप्रोच मार्ग, आकर्षक लाइटों के जरिए सौंदर्यीकरण, पेयजल, शौचालय, म्यूरल्स के जरिए स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की वीरगाथा का चित्रण आदि कार्य कराये जायेंगे। उन्होंने बताया कि पार्क का विकास भी कराया जाएगा, जिसमें ओपेन जिम बनाने का भी प्रस्ताव शामिल है।
तालाब में आकर्षक फैव्वारा, जेट्टी का निर्माण, शहीद स्मारक पर जलपान के लिए कैंटीन, कैफे, ओपेन एमपी थियेटर बनाने का भी प्रस्ताव शामिल है। उन्होंने बताया कि इसी महीने शिलान्यास होना प्रस्तावित है।
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