काशी में मनाई गई शहीद उधम सिंह की 126वीं जयंती, 32 फायर की दी गई सलामी, शहीद उधम सिंह टर्मिनल’ होगा गिरजाघर रोपवे स्टेशन का नाम
वाराणसी। जलियांवाला बाग के अमर नायक शहीद उधम सिंह की 126वीं जयंती पर काशी में राष्ट्रभक्ति और श्रद्धा से ओतप्रोत भव्य आयोजन संपन्न हुआ। अखिल भारतीय शहीद उधम सिंह स्मारक समिति एवं स्वतंत्रता संग्राम सैनिक समाज कल्याण के संयुक्त तत्वावधान में रामापुरा स्थित शहीद उधम सिंह पार्क में ऐतिहासिक 32 फायर की सलामी देकर अमर शहीद को नमन किया गया। इस दौरान गिरजाघर रोपवे स्टेशन का नाम शहीद उधम सिंह टर्मिनल करने का निर्णय लिया गया।
कार्यक्रम के दौरान पीएसी बैंड और पुलिस लाइन के जवानों ने बिगुल वादन के साथ 32 फायर की सलामी दी। जवानों ने कंधे पर बंदूक रखकर शहीद उधम सिंह के छायाचित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की। संस्था की ओर से पुलिस जवानों पर पुष्पवर्षा की गई तथा प्रत्येक जवान की आरती उतारकर सम्मान किया गया। शहीद उद्यान “इंकलाब जिंदाबाद” और “शहीद उधम सिंह अमर रहें” के नारों से गूंज उठा।
इस अवसर पर राष्ट्रीय एकता और गंगा-जमुनी तहजीब का अनुपम संदेश देते हुए राष्ट्रीय गान के साथ वेद पाठ, कुरान पाठ, बाइबिल पाठ एवं गुरु ग्रंथ साहिब का पाठ किया गया। सभी धर्मों की सहभागिता ने आयोजन को और भी गरिमामय बना दिया।
समारोह में एक महत्वपूर्ण घोषणा करते हुए बताया गया कि भारत सरकार द्वारा गिरजाघर रोपवे टर्मिनल स्टेशन का नामकरण अब ‘शहीद उधम सिंह टर्मिनल’ के रूप में किया जाएगा। समिति की ओर से रोपवे टर्मिनल के सफल संचालन और उद्घाटन पर काशीवासियों की तरफ से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को बधाई एवं शुभकामनाएं प्रेषित की गईं। इस खुशी के अवसर पर बच्चों के बीच मिठाई और टॉफी वितरित कर उत्सव का माहौल बनाया गया।
समिति ने यह भी जानकारी दी कि शहीद उधम सिंह सद्गुरु बाल मुकुंद सिंह (दादाजी) की कांस्य आदमकद प्रतिमा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एवं संस्कृति पर्यटन निदेशालय के सहयोग से रोपवे टर्मिनल के संचालन के बाद शहीद उधम सिंह पार्क में, पहले से स्थापित स्वतंत्रता सेनानी की प्रतिमा के निकट स्थापित की जाएगी।
संस्था के चेयरमैन उदय नारायण सिंह ने कहा कि 32 फायर की हर्ष सलामी काशी के लिए अद्वितीय और ऐतिहासिक सम्मान है। यह आयोजन शहीद उधम सिंह की अमर शहादत को नमन करने के साथ-साथ आने वाली पीढ़ियों को राष्ट्रभक्ति और बलिदान की प्रेरणा देने वाला सिद्ध हुआ।
कार्यक्रम में वीर बाल दिवस के अवसर पर सिखों के दसवें गुरु श्री गुरु गोविंद सिंह जी के चारों साहिबजादों के अद्वितीय बलिदान को भी श्रद्धापूर्वक स्मरण किया गया। शहीदी जयकारों के साथ साहस, त्याग और राष्ट्रधर्म का संदेश दिया गया। इस अवसर पर बीएचयू के पूर्व कुलपति प्रो. पंजाब सिंह, मुख्यमंत्री के शिक्षा सलाहकार डीपी सिंह, काशी नरेश राज परिवार से डॉ. अशोक कुमार सिंह, पूर्व आईएएस वीके सिंह, आरएन सिंह, डॉ. सत्यदेव सिंह, फादर डेनिस सहित अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।

