आधुनिक दीर्घाओं के निर्माण ने छीनी ग्रीनपार्क की दर्शक क्षमता
- कई बार बनी योजनाओं को नहीं पहनाया जा सका अमली जामा
कानपुर, 26 जुलाई (हि.स.)। साल 2009 से ग्रीनपार्क स्टेडियम से आधुनिक दीर्घाओं के निर्माण की प्रक्रिया क्या शुरु हुयी उसकी दर्शक क्षमता लगातार घटती गयी। इसके बाद ग्रीनपार्क स्टेडियम में दर्शक क्षमता को बढ़ाने के लिए बीते वर्षों में कई योजनाएं तैयार की गईं पर सब ठंडे बस्ते में चली गई। ग्रीनपार्क की दर्शक क्षमता को बढ़ाने के लिए कभी यूपीसीए के पदाधिकारियों ने ऐलान किया तो कभी खेल विभाग के अधिकारियों ने इस पर अपनी सहमति जताई, लेकिन दर्शक क्षमता नहीं बढ़ाई जा सकी।
यूपीसीए के पूर्व निदेशक एसके अग्रवाल ने तो सीटों को बढ़ाने के लिए एक निजी कम्पनी के निदेशक से प्रोजेक्ट तक तैयार करवा लिया था जिसमें बी गैलरी, डी गैलरी, ई जनरल और महिला दीर्घाओं को डबल स्टोरी करने की योजना शामिल थी। उनके बीमार होने के चलते वह कार्य योजना भी अधर में ही लटक गयी थी, जिसे अभी तक पूरा नहीं किया जा सका है। साल 2009 में बनाए गए वीआईपी और डायरेक्टर्स पैवेलियन से लगभग इकट्ठा ही पांच से छह हजार की दर्शक क्षमता कम हो गयी तो यूपीसीए की अपनी गैलरी जिसमें लगभग चार हजार से अधिक दर्शक बैठकर मैच का आनन्द उठाते थे वह भी न्यू प्लेयर्स पैवेलियन बनने के बाद दर्शक क्षमता खो बैठा।
75 वर्षों से विभिन्न प्रकार के टेस्ट, वनडे और टी-20 मैच के गवाह बनने वाले ग्रीनपार्क स्टेडियम की वर्तमान में कम हो रही दर्शक क्षमता को बढ़ाने के उद्देश्य से मार्च 2023 में तत्कालीन जिलाधिकारी विशाखजी ने एक प्रस्ताव शासन को भेजा था। प्रस्ताव में बताया गया था कि 2015-16 में बनाए गए न्यू प्लेयर्स पवेलियन के भूतल में खिलाड़ियों के बैठने की व्यवस्था की गई थी। प्रथम तल पर वीवीआईपी और द्वितीय तल में आम दर्शकों के लिए दीर्घा बनाई गई थी। प्रस्ताव में बताया गया था कि ग्रीनपार्क में 12 दर्शक दीर्घा हैं। इनमें पांच दर्शक दीर्घा ऊपर से कवर्ड हैं और सात कवर्ड नहीं हैं।ऐसे में इन सातों को कवर्ड किया जाए तो दो तल बनाने पड़ेंगे और दर्शक क्षमता बढ़ जाएगी। अभी भी यह प्रस्ताव शासन के पास भी ठंडे बस्ते में पड़ा है। प्रस्ताव में कहा गया था कि न्यू प्लेयर्स पवेलियन की तर्ज पर एक और अत्याधुनिक दर्शक दीर्घा का निर्माण कराया जाए।
वर्ष 2013 में डायरेक्ट्रेट पवेलियन, वीआईपी पवेलियन और विजिटर गैलरी बनाने के बाद दर्शक क्षमता 32 हजार के करीब बची। इसके बाद वर्ष 2015 में भारत व दक्षिण अफ्रीका के बीच हुए वनडे मैच से पूर्व निरीक्षण करने आए तत्कालीन यूपीसीए अध्यक्ष यदुपति सिंहानिया ने डायरेक्ट्रेट पवेलियन से पूरे ग्रीनपार्क स्टेडियम की दीर्घाओं को डबल करने की बात यूपीसीए और खेल विभाग के अफसरों से कही थी पर मैच के बाद कुछ नहीं हुआ। 2016 व 2017 में आईपीएल मैचों के दौरान जब तत्कालीन खेल राज्यमंत्री चेतन चौहान ग्रीनपार्क दौरे पर आए थे, तो दर्शक क्षमता को बढ़ाने का मुद्दा जोरों से उठा था। चेतन ने भी यूपीसीए के तत्कालीन सचिव युद्धवीर सिंह समेत अन्य सदस्यों से क्षमता बढ़ाने के लिए बोला था। यूपीसीए की ओर से परस्पर सहयोग न मिलने के बाद यह मामला भी ठंडे बस्ते में चला गया। यूपीसीए अध्यक्ष यदुपति सिंहानिया के प्रतिनिधि उत्तम केशरवानी ने शुक्रवार को बताया कि स्टेडियम की दर्शक क्षमता बढ़ाने के लिए अध्यक्ष की ओर से शासन को प्रस्ताव भेजा गया है और शासन की मुहर लगते ही इस पर काम शुरु हो जाएगा।
हिन्दुस्थान समाचार / अजय सिंह / राजेश
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