एआईएफएफ द्वारा बर्खास्त किये जाने पर शाजी प्रभाकरन ने कहा-यह फैसला उनके लिए अप्रत्याशित
नई दिल्ली, 8 नवंबर (हि.स.)। अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) द्वारा बुधवार को कथित विश्वासघात के कारण खुद को बर्खास्त किये जाने के फैसले को शाजी प्रभाकरन ने अप्रत्याशित बताया है।
एआईएफएफ ने बुधवार को विश्वास के कथित उल्लंघन के कारण महासचिव शाजी प्रभाकरन की सेवाएं तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दी हैं।
प्रभाकरन ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट पर कहा कि वे एक टीम के रूप में काम कर रहे थे और एआईएफएफ का निर्णय उनके लिए अप्रत्याशित था।
प्रभाकरन ने कहा कि वह इस खूबसूरत खेल के सेवक बने हुए हैं और उन्होंने अपने प्रशंसकों को उनका समर्थन करने के लिए धन्यवाद दिया है।
पूर्व एआईएफएफ महासचिव ने एक्स पर लिखा, एआईएफएफ का मुझे बर्खास्त करने का फैसला एक झटका है। हम एक टीम के रूप में काम कर रहे थे। मुझ पर 'विश्वास तोड़ने' का आरोप लगाना एक बड़ा आरोप है। इस पर अधिक जानकारी बाद में। मैं इस खूबसूरत खेल का सेवक बना हुआ हूं और आप सभी को भारतीय फुटबॉल के लिए मेरे ईमानदार प्रयास में मेरा समर्थन करने के लिए धन्यवाद देता हूं।
इससे पहले, एआईएफएफ ने एक प्रेस नोट जारी किया जहां उन्होंने विश्वास के उल्लंघन के कारण प्रभाकरण को तत्काल प्रभाव से उनकी भूमिका से समाप्त करने की घोषणा की।
एआईएफएफ ने एक आधिकारिक बयान में कहा, अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ घोषणा करता है कि विश्वास तोड़ने के कारण शाजी प्रभाकरन की सेवाएं 7 नवंबर, 2023 से तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दी गई हैं।
एआईएफएफ के उप सचिव एम सत्यनारायण तत्काल प्रभाव से एआईएफएफ के कार्यवाहक महासचिव का कार्यभार संभालेंगे।
हिन्दुस्थान समाचार/ सुनील
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