पीएसएल फ्रेंचाइजी लाहौर कलंदर्स ने हारिस रऊफ के साथ रुखे व्यवहार के लिए की पीसीबी की आलोचना
इस्लामाबाद, 4 मार्च (हि.स.)। पाकिस्तान सुपर लीग (पीएसएल) फ्रेंचाइजी लाहौर कलंदर्स के मालिक समीन राणा ने ने तेज गेंदबाज हारिस रऊफ के केंद्रीय अनुबंध को समाप्त करने के फैसले के लिए पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) की आलोचना की है।
गत चैंपियन लाहौर कलंदर्स का पीएसएल में प्रदर्शन काफी खराब रहा है। उन्होंने अब तक अपने छह मैच हारे हैं और एक का कोई नतीजा नहीं निकला। रऊफ ने टूर्नामेंट में अब तक चार मैच खेले हैं, जिसमें उनके नाम सिर्फ दो विकेट हैं। उन्होंने लीग में अपना आखिरी मैच उनके केंद्रीय अनुबंध की समाप्ति के दस दिन बाद कराची किंग्स के खिलाफ 24 फरवरी को खेला था। मैच के दौरान रऊफ का कंधा चोटिल हो गया और उनके छह सप्ताह तक मैदान से बाहर रहने की उम्मीद है।
ईएसपीएनक्रिकइन्फो से बातचीत में राणा ने कहा कि रऊफ के अनुबंध से जुड़ी पूरी स्थिति ने उनकी टीम के पीएसएल अभियान को प्रभावित किया और जिस तरह से खिलाड़ी के साथ जानकारी साझा की गई वह वास्तव में खराब प्रबंधन था।
राणा ने कहा, उस घोषणा का समय पूरी तरह से अनावश्यक था। कोई पाकिस्तान श्रृंखला नहीं आ रही थी, या कोई आपातकालीन स्थिति नहीं थी जिसके कारण पीएसएल से दो दिन पहले घोषणा की आवश्यकता थी। तर्क जो भी हो, समय वास्तव में खराब था। यह मनोवैज्ञानिक रूप से एक बड़ा झटका था। उन्हें, क्योंकि उनके पूरे जीवन का मुख्य उद्देश्य पाकिस्तान के लिए खेलना है।
राणा ने कहा, रऊफ हमारे प्रमुख गेंदबाज हैं, शाहीन अफरीदी के बाद हमारे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं। उन्हें सार्वजनिक रूप से अपमानित करना और उनके केंद्रीय अनुबंध को समाप्त करने की घोषणा करते हुए एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करना, मैंने ऐसा कहीं भी नहीं देखा।
उन्होंने कहा, मैं कभी भी अपने कर्मचारियों के साथ ऐसा व्यवहार नहीं करूंगा। कर्मचारी को कम से कम आपको कॉल करने, ईमेल करने या संदेश भेजने का अधिकार है। रऊफ के साथ ऐसा कुछ नहीं हुआ और यह दयनीय था। यह वास्तव में खराब प्रबंधन था।
रऊफ का अनुबंध समाप्त करने का निर्णय पिछले साल ऑस्ट्रेलिया में तीन टेस्ट मैचों की श्रृंखला के लिए खुद को अनुपलब्ध बताने के बाद आया। इस कदम की मुख्य चयनकर्ता वहाब रियाज़ ने सार्वजनिक रूप से आलोचना की, जिन्होंने महसूस किया कि 30 वर्षीय खिलाड़ी की अनुपस्थिति से पाकिस्तान को नुकसान होगा और उनके अनुबंध की शर्तों के अनुसार लंबे प्रारूप में उनकी उपस्थिति अनिवार्य है। पाकिस्तान वह सीरीज 3-0 से हार गया था।
पीसीबी ने रऊफ के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही को सार्वजनिक नहीं किया था, जिसने 15 फरवरी को एक बयान जारी किया था कि व्यक्तिगत सुनवाई के दौरान रऊफ की प्रतिक्रिया संतोषजनक नहीं थी और इसलिए उनका अनुबंध समाप्त किया जा रहा है। यह समाप्ति उन्हें इस साल 30 जून तक किसी भी विदेशी टी20 लीग प्रतियोगिता में खेलने के लिए भी अयोग्य बना देती है।
हिन्दुस्थान समाचार/ सुनील
हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्वाइन करने के लिये यहां क्लिक करें, साथ ही लेटेस्ट हिन्दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लिये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लिये यहां क्लिक करें।