वॉटसन के कोचिंग अनुबंध को अस्वीकार करने पर पीसीबी अध्यक्ष ने कहा- मीडिया में कई बातें लीक हुईं
नई दिल्ली, 23 मार्च (हि.स.)। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के अध्यक्ष मोहसिन नकवी ने स्वीकार किया कि पीसीबी राष्ट्रीय टीम के मुख्य कोच के रिक्त पद को भरने के लिए पूर्व ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर शेन वॉटसन के साथ बातचीत कर रहा था और उन कारणों में से एक का खुलासा किया जिसके कारण 42 वर्षीय ने अनुबंध को अस्वीकार कर दिया।
पिछले साल विश्व कप की समाप्ति के बाद ग्रांट ब्रैडबर्न के पाकिस्तान से अलग होने के बाद से पीसीबी नए पुरुष राष्ट्रीय टीम के मुख्य कोच की तलाश में है।
मोहम्मद हफीज ने ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड दौरे के दौरान टीम के मुख्य कोच और टीम निदेशक के रूप में कार्य किया। लेकिन पिछले महीने उन्होंने टीम निदेशक का पद छोड़ दिया जिससे यह पद एक बार फिर खाली हो गया। इस पद को भरने के लिए शीर्ष दावेदार के रूप में उभरे वॉटसन इस साल पाकिस्तान सुपर लीग (पीएसएल) फ्रेंचाइजी क्वेटा ग्लैडिएटर्स के साथ कोच के रूप में अपने कार्यकाल के लिए हाल ही में पाकिस्तान में थे। वॉटसन के कोचिंग में क्वेटा ने पाँच वर्षों में पहली बार प्लेऑफ़ में जगह बनाई है। इस्लामाबाद यूनाइटेड से 39 रनों की हार के बाद वे प्रतियोगिता से बाहर हो गए।
ईएसपीएनक्रिकइंफो के मुताबिक, वॉटसन पाकिस्तान के सीमित ओवरों के कोच की भूमिका निभाने के लिए काफी चर्चा में थे। लेकिन उन्होंने अपनी कोचिंग और कमेंटरी प्रतिबद्धताओं का सम्मान करने का फैसला करते हुए अपना नाम वापस ले लिया।
नकवी ने इस पद के लिए दावेदार के रूप में वॉटसन के बारे में बात की और कहा कि मीडिया में कोचिंग से संबंधित खबर लीक होने से उनके करार से इनकार करने में भूमिका निभाई।
जियो न्यूज के हवाले से नकवी ने कहा, हम शेन वॉटसन के साथ भी बातचीत कर रहे थे और उनके प्रस्ताव स्वीकार न करने का एक कारण यह था कि मीडिया में बहुत सारी बातें लीक हो गईं, जिनमें से अधिकांश सही नहीं थीं।
इस हफ्ते की शुरुआत में, मुल्तान सुल्तांस और इस्लामाबाद यूनाइटेड के बीच पीएसएल फाइनल के दौरान, नकवी ने आश्वासन दिया था कि दस दिनों के भीतर नए मुख्य कोच की नियुक्ति की जाएगी।
नकवी ने संवाददाताओं से कहा, मैं आपको आश्वासन देता हूं कि हम अगले एक सप्ताह या दस दिनों के भीतर मुख्य कोच की नियुक्ति कर देंगे।
नकवी ने अपने एक महीने के शासनकाल में स्थानीय प्रतिभाओं को देखने के बजाय विदेशी कोचों की नियुक्ति का रुख अपनाया है। जबकि उनके पूर्ववर्ती जका अशरफ ने विदेशी कोचों को लाने के बजाय स्थानीय प्रतिभाओं को लाने पर ध्यान केंद्रित किया।
हिन्दुस्थान समाचार/ सुनील
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