बिहार के राजगीर में होने वाले वीमेंस एशियन चैंपियंस ट्रॉफी के 'लोगो' डिजाइन और 'शुभंकर' का अनावरण
पटना, 05 अक्टूबर (हि.स.)। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को बिहार में पहली बार होने वाली वीमेंस एशियन चैंपियंस ट्रॉफी-2024 के 'लोगो' डिजाइन और 'शुभंकर' का अनावरण किया। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री के समक्ष 30 सेकेंड का वीमेंस एशियंस चैंपियंस ट्रॉफी-2024 पर आधारित एक जिंगल्स प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम के दौरान भारतीय महिला हॉकी टीम की कप्तान सेलेमा टेटे और उप कप्तान नवनीत कौर ने मुख्यमंत्री को प्रतीक चिह्न भेंट किया।
कार्यक्रम के दौरान प्रस्तुतीकरण के माध्यम से बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के महानिदेशक रविंद्रन शंकरण ने मुख्यमंत्री को बताया कि वीमेंस एशियंस चैंपियंस ट्रॉफी की मेजबानी बिहार कर रहा है। इसका आयोजन 11 से 20 नवम्बर के बीच राजगीर के खेल स्टेडियम में किया जाएगा। इसमें छह देशों भारत, चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, मलेशिया और थाईलैंड की महिला हॉकी की टीमें भाग लेंगी।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि बाहर से आनेवाले लोगों के लिए बेहतर ढंग से सारा इंतजाम कराएं। सुविधा में किसी प्रकार की कोई कमी नहीं होनी चाहिए। सभी अतिथियों की मेहमाननवाजी अच्छे ढंग से करें, जिससे वे बिहार के बारे में अच्छा अनुभव लेकर जाएं। उन्होंने कहा कि प्रतियोगिता का आयोजन सफल हो इसके लिए हरसंभव प्रयास और सहयोग राज्य सरकार करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि बहुत खुशी की बात है कि वीमेंस एशियंस चैंपियंस ट्रॉफी-2024 का आयोजन राजगीर में किया जा रहा है। राजगीर में भव्य खेल स्टेडियम बनाया गया है। मैं भारतीय महिला हॉकी टीम के खिलाड़ियों को शुभकामनाएं देता हूं और अन्य देशों से आनेवाली खिलाड़ियों का स्वागत करता हूं।
कार्यक्रम के दौरान भारतीय महिला हॉकी टीम की उप कप्तान नवनीत कौर ने यह प्रतियोगिता राजगीर में आयोजित कराने के लिए मुख्यमंत्री का धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि वो दुनिया के कई स्टेडियम में खेल चुकी हैं लेकिन आधुनिक और पुरातन शैली के समन्वय के साथ जितना खूबसूरत और शानदार हॉकी स्टेडियम राजगीर का बना है वो अद्भूत है और ऐसा कहीं नहीं देखी। नवनीत कौर ने मुख्यमंत्री के प्रति आभार जताते हुए कहा कि आपने राजगीर में बहुत बड़ा और भव्य खेल स्टेडियम बनाया है। अपने देश में भी और दूसरे देशों में भी हम लोग खेलने जाते हैं लेकिन इतना बढ़िया स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स कहीं नहीं देखा है। मुझे बिहार आकर अच्छा लगा है। हम सबको खुशी हो रही है कि आपके नेतृत्व में बिहार में खेल हित के लिए इतना बेहतर कार्य किया जा रहा है। हमें बिहार और देश पर गर्व है।
कौर ने कहा कि इस प्रतियोगिता का शुभंकर 'गुड़िया' बिहार की राज्य पक्षी गौरैया से प्रेरित है। गुड़िया के हाथ में हॉकी स्टीक हॉकी प्रतियोगिता का प्रतीक चिह्न है तथा हाथ में गोलकीपर का दस्ताना और बचाव की मुद्रा एक गोलकीपर के अंदर सतर्कता, स्फूर्ति एवं सुरक्षा के रणनीतिक गुणों को प्रतिबिंबित करता है। पास में पूरी टीम के लिए रखी एक गेंद खेल भावना के साथ मिलकर खेलने की अनिवार्यता को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि यह प्रतियोगिता महिला हॉकी खिलाड़ियों की है। इसलिए महिला सशक्तीकरण में बिहार सरकार की प्राथमिकता और प्रतिबद्धता को पुष्ट करने के लिए गौरेया के प्रतीक के रूप में गुड़िया का शुभंकर चुना गया है। इस प्रतियोगिता के 'लोगो' का डिजाइन गौरवशाली बिहार की समृद्ध सांस्कृतिक ऐतिहासिक विरासत और सर्वांगीण प्रगति का प्रतीक है। बोधि वृक्ष और हॉकी स्टिक को लोगो के रूप में रखा गया है। बोधि वृक्ष ज्ञान शक्ति, सद्भाव, सहिष्णुता और विकास का प्रतीक है, जो बिहार के समृद्ध आध्यात्मिक और सांस्कृतिक इतिहास से लोगों को जोड़ता है। 'हॉकी स्टिक' भारत के राष्ट्रीय खेल हॉकी का प्रतीक है।
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हिन्दुस्थान समाचार / गोविंद चौधरी
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