पुरुष और महिला बॉक्सिंग नेशनल्स 31 दिसंबर से, ग्रेटर नोएडा करेगा मेजबानी

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पुरुष और महिला बॉक्सिंग नेशनल्स 31 दिसंबर से, ग्रेटर नोएडा करेगा मेजबानी


नई दिल्ली, 10 दिसंबर (हि.स.)। भारतीय बॉक्सिंग के इतिहास में पहली बार सीनियर एलीट पुरुष और महिला राष्ट्रीय बॉक्सिंग चैंपियनशिप का आयोजन एक साथ किया जाएगा। यह प्रतियोगिता 31 दिसंबर से 6 जनवरी 2026 तक गौतम बुद्ध यूनिवर्सिटी, ग्रेटर नोएडा में होगी। इस आयोजन में देशभर के शीर्ष पुरुष और महिला बॉक्सर एक ही मंच पर प्रतिस्पर्धा करते नजर आएंगे।

पुरुष वर्ग में सर्विसेज की टीम डिफेंडिंग चैंपियन के रूप में उतरेगी, जबकि महिला वर्ग में रेलवे की टीम अपने खिताब की रक्षा करने की कोशिश करेगी। प्रतियोगिता का आधिकारिक ड्रॉ 30 दिसंबर को निकाला जाएगा, जिसके साथ ही भारत के अगले हाई-परफॉर्मेंस साइकिल की शुरुआत होगी।

बॉक्सिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (बीएफआई) की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि देशभर की यूनिट्स पुरुष और महिला दोनों वर्गों में 10-10 वज़न श्रेणियों में भाग लेंगी। प्रत्येक यूनिट को हर वज़न वर्ग में केवल एक बॉक्सर उतारने की अनुमति होगी और किसी भी श्रेणी में रिज़र्व खिलाड़ी नहीं रखे जा सकेंगे। प्रतियोगिता में वही बॉक्सर भाग ले सकेंगे जिनका जन्म 1 जनवरी 1985 से 31 दिसंबर 2006 के बीच हुआ हो।

सभी मुकाबले अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता प्रारूप के तहत खेले जाएंगे, जिसमें तीन-तीन मिनट के तीन राउंड होंगे। राउंड्स के बीच एक मिनट का विश्राम रहेगा और मुकाबलों का फैसला 10-प्वाइंट मस्ट स्कोरिंग सिस्टम के आधार पर किया जाएगा।

इस अवसर पर बीएफआई अध्यक्ष अजय सिंह ने कहा, “मजबूत सिस्टम ही लंबे समय तक सफलता की नींव होता है और राष्ट्रीय चैंपियनशिप उसी सिस्टम की वास्तविक शुरुआत है। यही मंच खिलाड़ियों को अवसर देता है, प्रतिभा को सामने लाता है और राष्ट्रीय शिविर तक पहुंचने का निष्पक्ष रास्ता प्रदान करता है।”

उन्होंने आगे कहा, “वर्ल्ड बॉक्सिंग कप फाइनल्स में हमारी हालिया सफलता इस व्यवस्था की ताकत को दर्शाती है। आने वाली चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए ये चैंपियनशिप उन खिलाड़ियों की पहचान और तैयारी में अहम भूमिका निभाएगी, जो भविष्य में देश की उम्मीदों को आगे ले जाएंगे।”

गौरतलब है कि वर्ल्ड बॉक्सिंग कप फाइनल्स में चमकने वाले भारत के कई स्टार मुक्केबाज़ों ने अपना सफर राष्ट्रीय चैंपियनशिप से ही शुरू किया था। सचिन सिवाच और हितेश गुलिया, जिन्होंने वर्ल्ड बॉक्सिंग कप फाइनल्स में स्वर्ण पदक जीता, पहले राष्ट्रीय चैंपियन रह चुके हैं। वहीं मौजूदा विश्व चैंपियन मीनाक्षी और जैस्मिन ने भी इन्हीं प्रतियोगिताओं के ज़रिए अपनी पहचान बनाई थी।

लॉस एंजेलिस 2028 ओलंपिक चक्र की ओर बढ़ते अंतरराष्ट्रीय कैलेंडर के बीच, यह राष्ट्रीय चैंपियनशिप एक बार फिर भारत के एलीट बॉक्सिंग कार्यक्रम के लिए प्रवेश द्वार साबित होगी।

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हिन्दुस्थान समाचार / सुनील दुबे

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