विश्व मुक्केबाजी में शामिल होने को राजी हुआ भारतीय मुक्केबाजी महासंघ
नई दिल्ली, 31 मई (हि.स.)। भारतीय मुक्केबाजी महासंघ (बीएफआई) ने शुक्रवार को निलंबित अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ (आईबीए) से नाता तोड़ लिया और खेल के ओलंपिक भविष्य पर मंडरा रहे खतरे का मुकाबला करने के लिए अलग हुए विश्व मुक्केबाजी महासंघ में शामिल हो गया।
यह कदम अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति द्वारा यह धमकी दोहराए जाने के कुछ महीने बाद उठाया गया है कि यदि राष्ट्रीय महासंघ अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ (आईबीए) के साथ जुड़े रहे तो मुक्केबाजी को 2028 लॉस एंजिल्स ओलंपिक से बाहर कर दिया जाएगा।
बीएफआई के अध्यक्ष अजय सिंह ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा, मुक्केबाजी की स्थिरता के लिए यह अत्यंत महत्वपूर्ण है कि यह अपना ओलंपिक दर्जा बरकरार रखे, इसलिए हम विश्व मुक्केबाजी में शामिल होकर प्रसन्न हैं।
सिंह ने कहा कि वह डब्ल्यूबी कार्यकारी बोर्ड के साथ मिलकर काम करने के लिए उत्सुक हैं ताकि खेल के भविष्य के विकास को आकार दिया जा सके और दुनिया भर के मुक्केबाजों के लिए एक उज्जवल भविष्य प्रदान किया जा सके।
विश्व मुक्केबाजी, जिसके अध्यक्ष पूर्व आईबीए अध्यक्ष पद के उम्मीदवार बोरिस वैन डेर वोर्स्ट हैं, को अप्रैल 2023 में लॉन्च किया गया था और इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि मुक्केबाजी ओलंपिक आंदोलन के केंद्र में बनी रहे।
सदस्यता आवेदन को बीएफआई की आम सभा द्वारा अनुमोदित किया गया और विश्व मुक्केबाजी के कार्यकारी बोर्ड द्वारा इसकी पुष्टि की जाएगी।
वैन डेर वोर्स्ट ने कहा, भारत अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी में एक बहुत ही महत्वपूर्ण देश है और हम बढ़ते विश्व मुक्केबाजी परिवार में बीएफआई का स्वागत करने के लिए उत्सुक हैं। यह एक बहुत ही रोमांचक विकास है जो एशिया में हमारी उपस्थिति को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ाएगा और मैं अपने सामान्य लक्ष्यों को प्राप्त करने में बीएफआई के साथ मिलकर काम करने के लिए उत्सुक हूं।
7 मई को, विश्व मुक्केबाजी ने आईओसी के साथ अपनी पहली औपचारिक बैठक की, जिसने दोनों संगठनों के बीच एक औपचारिक सहयोग की शुरुआत का संकेत दिया, जिसका उद्देश्य ओलंपिक खेलों में मुक्केबाजी के बने रहने के लिए एक मार्ग स्थापित करना था।
अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) ने 2019 में लंबे समय से चली आ रही वित्तीय, खेल अखंडता और शासन संबंधी मुद्दों पर आईबीए की मान्यता रद्द कर दी थी।
2024 पेरिस ओलंपिक में मुक्केबाजी की देखरेख आईओसी द्वारा की जाएगी। टोक्यो ओलंपिक के बाद यह लगातार दूसरी बार होगा जब आईबीए इस मेगा इवेंट के मुकाबलों में शामिल नहीं होगा।
हिन्दुस्थान समाचार/ सुनील
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