बिली जीन किंग कप को लेकर उत्साहित हैं अंकिता रैना, बोलीं- भारतीय टीम का नेतृत्व करना सम्मान की बात

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बिली जीन किंग कप को लेकर उत्साहित हैं अंकिता रैना, बोलीं- भारतीय टीम का नेतृत्व करना सम्मान की बात


पुणे, 06 अप्रैल (हि.स.)। भारतीय महिला टेनिस टीम आगामी बिली जीन किंग कप 2025 एशिया-ओशिनिया ग्रुप एक मैचों के लिए कमर कस रही हैं और इसका नेतृत्व बेहद अनुभवी अंकिता रैना करेंगी। भारत के साथ-साथ चीनी ताइपे, हांगकांग चाइना, कोरिया गणराज्य, न्यूजीलैंड और थाईलैंड की टीमें पुणे में बिली जीन किंग कप 2025 एशिया-ओशिनिया ग्रुप एक में भाग लेंगी।

मार्च के अंत तक सिंगल्स में दुनिया में 300वें स्थान पर रहने वाली अंकिता ने घर पर बिली जीन किंग कप 2025 एशिया-ओशिनिया ग्रुप 1 मैच खेलने को लेकर खुलकर बात की। उन्होंने एक बयान में कहा कि बिली जीन किंग कप 2025 एशिया-ओशिनिया ग्रुप 1 खेल पुणे में हो रहे हैं और भारतीय टीम का नेतृत्व करना मेरे लिए सम्मान की बात है। मैं 10 साल से ज्यादा समय से भारतीय टीम का हिस्सा रही हूं। अपने देश का प्रतिनिधित्व करना हमेशा से मेरा सपना रहा है और मैं इसे हासिल करके खुद को धन्य महसूस करती हूं।

अंकिता ने आगे कहा, ” युवा खिलाड़ी शीर्ष 300 रैंक वाले खिलाड़ियों को एक्शन में देखने के लिए आ सकते हैं। भारतीय टीम की ओर से हम इस प्रतिष्ठित आयोजन को भारत में लाने के लिए महाराष्ट्र राज्य लॉन टेनिस संघ को बधाई देना चाहेंगे। यहां जितने ज्यादा उच्च-गुणवत्ता वाले अंतरराष्ट्रीय टेनिस खिलाड़ी आएंगे, यह खेल के लिए उतना ही बेहतर होगा।”

अंकिता पांच सदस्यीय टीम का हिस्सा हैं। भारतीय टीम में सहजा यमलापल्ली, श्रीवल्ली भामिदिपति, वैदेही चौधरी और प्रार्थना थोम्बरे शामिल हैं, जबकि किशोर सनसनी माया राजेश्वरन को रिजर्व खिलाड़ी के रूप में नामित किया गया है। अंकिता ने कहा कि अपने देश का प्रतिनिधित्व करते समय हर कोई खेल के मैदान पर हमेशा अपना सर्वश्रेष्ठ देता है। जब आप टूर्नामेंट के लिए भारतीय टीम के साथ यात्रा करते हैं तो यह पूरी तरह से अलग अनुभव होता है और मुझे विश्वास है कि यह हमें एक टीम के रूप में बेहतर काम करने में मदद करेगा।

उच्च दबाव वाले मैचों में खुद को शांत रखने को लेकर उन्होंने कहा, जब मैं 18 या 20 साल की थी, तब मुझे मेडिटेशन से परिचित कराया गया था और इसने निश्चित रूप से जूनियर स्तर से सीनियर स्तर पर जाने में मदद की, क्योंकि तब आपको कठिन चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। आप अधिक अनुभवी खिलाड़ियों के खिलाफ खेल रहे होते हैं और कठिन परिस्थितियों का सामना कर रहे होते हैं और यह भी सीख रहे होते हैं कि मैच के महत्वपूर्ण क्षणों में क्या किया जा सकता है। इसलिए, मुझे लगता है कि ध्यान ने मुझे शांत रहने में मदद की है।

आने वाले सप्ताह में पुणे में भारत का सामना करने वाले प्रतिद्वंद्वी के बारे में बात करते हुए अंकिता ने बताया कि किसी को भी हल्के में नहीं लिया जा सकता है। उन्होंने कहा, यहां आने वाले सभी खिलाड़ी बहुत अच्छे खिलाड़ी हैं और कोई भी हमें आसान खेल नहीं देगा।

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हिन्दुस्थान समाचार / वीरेन्द्र सिंह

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