विदेशियों के दुष्प्रचार का उत्तर तथ्यों व तर्क से देकर स्व का बोध जगाएं: डॉ कृष्णगोपाल
-विद्या भारती उच्च शिक्षा संस्थान द्वारा संचालित शिक्षा तथा विकास अध्ययन संस्थान का भूमि पूजन
नई दिल्ली, 14 फरवरी (हि.स.)। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह डॉ कृष्णगोपाल ने बसंत पंचमी के दिन नोएडा के सेक्टर-145 में विद्या भारती उच्च शिक्षा संस्थान के अन्तर्गत ‘शिक्षा तथा विकास अध्ययन संस्थान’ का भूमि पूजन किया। इस अवसर पर डॉ कृष्ण गोपाल ने उच्च शिक्षा में ‘स्व’ आधारित व्यवस्था को तैयार करने, शोध आधारित सत्य को सामने लाने एवं विदेशी बुद्धिजीवियों द्वारा भारत के विरुद्ध चलाए जा रहे दुष्प्रचार का तर्क व तथ्यों के साथ प्रत्युत्तर देने के लिए गहन शोध हेतु राष्ट्रीय सोच वाले बुद्धिजीवियों को आगे आने का आह्वान किया।
डॉ कृष्णगोपाल ने कहा कि राममंदिर की प्राण प्रतिष्ठा भारत के लिए राष्ट्रीयता का पुनर्जागरण है। उन्होंने कहा कि दुर्भाग्य से आज के युवा को स्व का बोध नहीं है। उसको पता नहीं है कि हम क्या थे, हमारा इतिहास कितना गौरवमयी व वैज्ञानिक था। यह सब सुनियोजित ढंग से किया गया, यहां के युवाओं के मन में अपने ही देश की बातों के लिए हीन भावना पैदा की गई। जैसे संस्कृत के बारे में प्रचारित किया गया कि संस्कृत एक मृत भाषा है, उसका कोई भविष्य नहीं है। उन्होंने कहा कि केवल लंबे चौड़े रोड और कंपनी बनने से देश का विकास नहीं होगा। भारत का विकास शिक्षा से होगा। आने वाली पीढ़ी को सभी विषयों की शिक्षा के साथ संस्कार भी देंने होंगे।
उन्होंने आगे कहा कि विद्या भारती उच्च शिक्षा संस्थान का भूमि पूजन केवल एक सामान्य भूमि पूजन नहीं है। यह भारत की उच्च शिक्षा में स्व के बोध की आधारशिला रखी जा रही है, जो भविष्य में उच्च शिक्षा की दिशा तय करेगी।
इस अवसर पर संस्थान के मंत्री प्रो. नरेंद्र कुमार तनेजा ने कहा कि भारत की विकास गाथा के विरुद्ध संगठनात्मक प्रचार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि विद्या भारती 1952 से भारत को शिक्षा जगत में दिशा देता रहा है और इसी सफलता को देखते हुए उच्च शिक्षा जगत में अपना विस्तार करने के उद्देश्य से आज यह भूमि पूजन हुआ है। संस्थान के अध्यक्ष प्रो. कैलाशचंद्र शर्मा ने भारतीय ज्ञान परंपरा को उच्च शिक्षा के पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाने एवं शोध हेतु समाज पोषित एक स्वतंत्र शोध संस्थान की आवश्यकता जताई।
कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय, संगठन के उपाध्यक्ष श्रीप्रकाश, अखिल भारतीय संगठन मंत्री के.एन. रघुनंदन, इग्नू की वी.सी. प्रो. किरण हजारिका सहित कई विश्वविद्यालयों के शिक्षकों, कुलपतियों, कुलाधिपतियों, उद्योगपतियों एवं समाजसेवियों ने भी प्रतिभागिता की।
इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर, भारतीय जनता पार्टी के संगठन मंत्री बी. सतीश, गौतम बुध नगर के सांसद महेश शर्मा भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन विद्या भारती के राष्ट्रीय मंत्री प्रो. अखिलेश मिश्र ने किया।
हिन्दुस्थान समाचार/जितेन्द्र/आकाश
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