मुर्शिदाबाद के हिंसा प्रभावित इलाकों में धीरे-धीरे सामान्य हो रहा जनजीवन
कोलकाता, 15 अप्रैल (हि.स.)। पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में वक्फ (संशोधन) अधिनियम के विरोध के दौरान ड़की हिंसा के बाद अब हालात धीरे-धीरे सामान्य हो रहे हैं। प्रशासन और सुरक्षाबल लगातार निगरानी बनाए हुए हैं ताकि किसी भी तरह की नई घटना को रोका जा सके।
जंगीपुर, धुलियान, सूती और शमशेरगंज जैसे संवेदनशील इलाकों में बीएसएफ, सीआरपीएफ, राज्य सशस्त्र पुलिस और रैपिड एक्शन फोर्स की बड़ी तादाद में तैनाती की गई है। अधिकारियों के अनुसार, पिछले 48 घंटों से इन क्षेत्रों में कोई नई हिंसा की घटना सामने नहीं आई है।
राज्य पुलिस के अनुसार, मुर्शिदाबाद में स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हो रही है। बंद पड़ी दुकानें अब दोबारा खुल रही हैं और हिंसा के दौरान घर छोड़ने वाले लोग अपने घर लौटने लगे हैं।
जंगीपुर से तृणमूल सांसद खलीलुर रहमान ने बताया, जो लोग हिंसा के दौरान अपने घर छोड़ गए थे, वे अब लौट रहे हैं और सभी प्रभावित इलाकों में जनजीवन सामान्य हो रहा है। राज्य सरकार भी पीड़ितों की मदद कर रही है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे किसी भी तरह की अफवाहों पर ध्यान न दें ताकि सामान्य स्थिति को फिर बाधित न किया जा सके।
रहमान ने आगे बताया कि जिला प्रशासन उन लोगों की सूची तैयार कर रहा है, जिन्हें उनके संपत्ति को हुए नुकसान के आधार पर मुआवजा दिया जाएगा।
शुक्रवार और शनिवार को मुर्शिदाबाद के सूती, धुलियान और जंगीपुर में संशोधित वक्फ अधिनियम को लेकर भारी विरोध-प्रदर्शन हुए थे, जो बाद में हिंसक झड़पों में बदल गए। पुलिस के अनुसार, इन घटनाओं में कम से कम तीन लोगों की मौत हुई और कई घायल हुए। अब तक कुल 210 लोगों को हिंसा के सिलसिले में गिरफ्तार किया जा चुका है।
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बीएसएफ के एडीजी ने किया दौरा, संयुक्त रणनीति तैयार
सोमवार को बीएसएफ के पूर्वी क्षेत्र के अतिरिक्त महानिदेशक रवि गांधी के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने सूती, शमशेरगंज और धुलियान का दौरा किया। इन मुस्लिम बहुल इलाकों में सप्ताहांत पर सबसे ज्यादा हिंसा देखने को मिली थी। गांधी ने कहा, हमने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ मिलकर गश्त बढ़ाने के लिए संयुक्त रणनीति तैयार की है और राज्य पुलिस के साथ समन्वय में काम कर रहे हैं ताकि क्षेत्र में सामान्य स्थिति बहाल हो सके।
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हिन्दुस्थान समाचार / ओम पराशर