भारत राष्ट्र समिति और कांग्रेस पार्टियों के डीएनए में पिछड़ा वर्ग का विरोध: बंदी संजय
करीमनगर, 08 नवंबर (हि.स.)। करीमनगर के सांसद और भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव बंदी संजय ने भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) की सरकार पर युवाओं को नशे का आदी बनाने का आरोप लगाया है। उन्होंने करीमनगर में आयोजित चुनाव प्रचार में भाग लेने के दौरान मीडिया से बात करते हुए कहा कि बीआरएस और कांग्रेस पार्टी के डीएनए में पिछड़ा वर्ग (बैकवर्ड क्लास - बीसी) का विरोध है।
विपक्षी कांग्रेस पर निशाना साधते हुए भाजपा नेता ने कहा कि कांग्रेस ने दलितों को वोट-बैंक के रूप में उपयोग किया। उन्होंने आरोप लगाया कि आदिवासी विकास के लिए कांग्रेस ने सही नीति नहीं अपनायी। पिछड़ा वर्ग, अनुसूचित जाति (एससी), अनुसूचिता जनजाति (एसटी) वर्गों में एकता की कमी दिखायी दे रही है। उन्होंने पिछड़ा वर्ग समाज के लोगों को आह्वान करते हुए कहा कि सभी को साथ मिलकर कार्य करने जरूरत है, तभी विकास संभव होगा।
बंदी संजय ने सवाल किया कि क्या सत्तारूढ़ भारत राष्ट्र समिति कभी पिछड़े और दलितों को मुख्यमंत्री उम्मीदवार घोषित करेगी? कांग्रेस तो दलितों को सिर्फ अपने वोट बैंक के रूप में उपयोग करती आई है। उन्होंने कहा कि जनता में यह भी संदेह है कि अगर कांग्रेस के विधायक किसी भी चुनाव क्षेत्र से जीत गए तो उन्हें सत्तारूढ़ भारत राष्ट्र समिति के प्रमुख केसीआर अपने पार्टी में शामिल कर लेंगे। जैसा उन्होंने पिछली बार विधानसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद किया था।
संजय का कहना है कि अगर कोई मतदाता कांग्रेस को वोट देता है तो वह सीधा भारत राष्ट्र समिति पक्ष में ही जाएगा। इसलिए भारतीय जनता पार्टी को अपना समर्थन दें क्योंकि विपक्षी भारतीय जनता पार्टी ही सत्तारूढ भारत राष्ट्र समिति को हटाने में एकमात्र विश्वसनीय विकल्प है।
हिन्दुस्थान समाचार/नागराज/आकाश
हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्वाइन करने के लिये यहां क्लिक करें, साथ ही लेटेस्ट हिन्दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लिये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लिये यहां क्लिक करें।