आईजीएनसीए ने किया 4.5 लाख गांवों का सांस्कृतिक मानचित्रण
नई दिल्ली, 15 जनवरी (हि.स.)। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र(आईजीएनसीए) के तहत राष्ट्रीय सांस्कृतिक मानचित्रण मिशन ने अब तक 6.4 गावों का सांस्कृतिक मानचित्रण किया है। सोमवार को राष्ट्रीय सांस्कृतिक मानचित्रण मिशन के स्थापना दिवस 'उत्तरायणी' कार्यक्रम को संबोधित करते हुए आईजीएनसीए के सचिव डॉ. सच्चिदानंद जोशी ने बताया कि राष्ट्रीय सांस्कृतिक मानचित्रण मिशन के माध्यम से देश के 6.5 लाख गांवों के विशिष्ट सांस्कृतिक पहलुओं का संग्रह और दस्तावेजीकरण किया जा रहा है। अब तक 4.5 गांवों में यह काम पूरा किया जा चुका है। डॉ. जोशी ने बताया कि प्रत्येक गांव की विशिष्ट विशेषताओं को सावधानीपूर्वक दर्ज किया गया है। प्रधानमंत्री की 'मन की बात' का उल्लेख करते हुए, डॉ. जोशी ने भारतीय भाषाओं में लोरी को संग्रहीत करने, दस्तावेजीकरण करने और पुनर्जीवित करने का आह्वान दोहराया।
सोमवार को'चले अपने गांव की ओर' थीम पर आयोजित 'उत्तरायणी' उत्सव में मनोज जोशी मुख्य अतिथि के रूप में और आकाशादित्य लामा सम्मानित अतिथि के रूप में उपस्थित थे। आईजीएनसीए में एनएमसीएम की मिशन निदेशक डॉ. ऋचा नेगी ने मिशन के बारे में जानकारी दी। इस मौके पर मनोज जोशी ने हर जिले में 'कला कुंभ' के आयोजन के साथ पूरे भारत में सांस्कृतिक मानचित्रण में आसानी की कल्पना की। उन्होंने इस सराहनीय पहल के लिए आईजीएनसीए को बधाई दी।
हिन्दुस्थान समाचार/ विजयलक्ष्मी/प्रभात
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