ममता के धरना मंच पर आम आदमी पार्टी के संस्थापक सदस्य योगेन्द्र यादव पहुंचे
कोलकाता, 03 फरवरी (हि.स.)। आम आदमी पार्टी के संस्थापक सदस्य और पूर्व कांग्रेस नेता योगेन्द्र यादव शनिवार को तृणमूल नेता ममता बनर्जी के धरना मंच पर पहुंचे हैं।
एक समय केजरीवाल के करीबी होने के बावजूद असहमति के कारण योगेन्द्र ने पार्टी छोड़ दी और अपनी खुद की राजनीतिक पार्टी बनाई। पार्टी ने ''स्वराज अभियान'' के नाम से दिल्ली चुनाव में भी हिस्सा लिया।
शनिवार दोपहर जब योगेन्द्र यादव ममता के धरना मंच पर पहुंचे तो तृणमूल नेता ने उनका स्वागत किया। उन्होंने अपना भाषण रोककर कुछ कहने का अनुरोध भी किया लेकिन तब योगेन्द्र यादव ने कुछ नहीं कहा और ममता का भाषण ख़त्म होने के बाद उन्होंने अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि वह किसी पार्टी विशेष के लिए नहीं बल्कि सभी विपक्षी राजनीतिक संगठनों की ओर से धरने में शामिल हुए हैं।
योगेन्द्र यादव ने कहा कि बंगाल के बिना कोई देश के बारे में सोच भी नहीं सकता। बंगाल ने स्वतंत्रता आंदोलन में सबसे अधिक कुर्बानी दी। मैं दीदी से कहना चाहता हूं कि आप जो लड़ाई लड़ रही हैं वह सिर्फ बंगाल की नहीं, बल्कि पूरे देश की लड़ाई है, संविधान बचाने की लड़ाई है। तृणमूल कांग्रेस और ममता बनर्जी जो लड़ाई लड़ रही हैं वह इस देश, इस देश के संविधान को बचाने की लड़ाई है। पूरा देश ममता बनर्जी के साथ है। यह लड़ाई पूरे देश में फैलनी चाहिए।
योगेन्द्र ने कहा कि पुणे के युवाओं ने नेतृत्व के लिए ममता बनर्जी को पत्र भेजा है। इस बार की लोकसभा की लड़ाई सिर्फ देश की सरकार बनाने की लड़ाई नहीं है, बल्कि देश के संविधान को बचाने की लड़ाई है।
योगेन्द्र यादव ने कहा कि 100 दिन काम करने के बाद लोगों को पैसे नहीं मिले। यहां एक महिला ने तीन साल तक 90 दिन काम किया। उन्हें कुल 54 हजार रुपये मिलते हैं लेकिन नहीं मिला।
हिन्दुस्थान समाचार /ओम प्रकाश/गंगा/प्रभात
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