समग्र विश्व और मानवता को भारत की सबसे बड़ी सौगात है योग: अमित शाह

समग्र विश्व और मानवता को भारत की सबसे बड़ी सौगात है योग: अमित शाह
WhatsApp Channel Join Now
समग्र विश्व और मानवता को भारत की सबसे बड़ी सौगात है योग: अमित शाह


समग्र विश्व और मानवता को भारत की सबसे बड़ी सौगात है योग: अमित शाह


-केन्द्रीय गृह मंत्री ने बोडकदेव स्थित गोटिला गार्डन में किया योगाभ्यास

अहमदाबाद, 21 जून (हि.स.)। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को अहमदाबाद के बोडकदेव स्थित गोटिला गार्डन में योगाभ्यास किया। समारोह में शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रस्ताव पर वर्ष 2014 में संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 21 जून को अंतराष्ट्रीय स्तर पर योग दिवस मनाने की शुरूआत की। मोदी ने अपने प्रस्ताव से भारत के प्राचीन विज्ञान योग से पूरे विश्व का परिचय कराया।

इस समारोह में केन्द्रीय मंत्री शाह ने कहा कि देश ने वर्ष 2014 में नरेन्द्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाने के लिए ऐतिहासिक जनादेश मिलने के बाद मोदी जब पहली बार संयुक्त राष्ट्र महासभा में गए, तब उन्होंने 21 जून का दिन अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाने का प्रस्ताव रखा था। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने प्रस्ताव के जरिए अपने देश के प्राचीन विज्ञान योग से पूरे विश्व का परिचय कराया। संयुक्त राष्ट्र महासभा में 170 से अधिक देश योग दिवस मनाने के लिए सहमत हुए थे। केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि भारत ने पूरी दुनिया और मानवता को बहुत कुछ दिया है और योग इसमें सबसे बड़ा उपहार और वरदान है। उन्होंने कहा कि मन, शरीर और आत्मा के बीच सामंजस्य स्थापित करने के लिए योग से बड़ा कोई विज्ञान नहीं है और योग हमारे मन के भीतर अपार ऊर्जा के सागर में गोता लगाने का एकमात्र साधन है। मन की ऊर्जा को आत्मा से जोड़ने और उसका उपयोग विश्व कल्याण के पथ पर आगे बढ़ने के लिए योग से बेहतर कोई माध्यम नहीं हो सकता। इसके साथ ही योग आज के समय में होने वाली कई बीमारियों का इलाज भी है।

शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रयासों के परिणामस्वरूप योग समग्र मानवता के लिए एक बड़ा मंच बन गया है। उन्होंने कहा कि गुजरात सरकार ने योग को बढ़ावा दिया है और इसे खेल के रूप में मान्यता दी है। गुजरात सरकार समेत सभी के सहयोग से आज सुबह राज्य में करीब सवा करोड़ लोगों ने योग किया।शाह ने कहा कि योग हमारे वेदों में वर्णित 'वसुधैव कुटुंबकम' के मंत्र को साकार कर रहा है।

केंद्रीय गृह मंत्री एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि हमारे ऋषि-मुनियों सेे मिला ज्ञान ही हमें आगे ले जा सकता है। हमारी शारीरिक शक्ति, मन की शांति, कल्पना का दायरा, विवेक की शक्ति, पूरे देश की सामूहिक ऊर्जा को जागृत करने के लिए योग से बड़ा कोई साधन नहीं हो सकता। शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की सौगात देकर पूरे विश्व में भारतीय संस्कृति और ज्ञान का परचम लहराया है। इस अवसर पर उन्होंने देश-दुनिया के योग प्रेमियों को शुभकामना दी।

हिन्दुस्थान समाचार/बिनोद/सुनील

हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्‍वाइन करने के लि‍ये  यहां क्‍लि‍क करें, साथ ही लेटेस्‍ट हि‍न्‍दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लि‍ये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लि‍ये  यहां क्लिक करें।

Share this story