वार्षिकी 2025 : मप्र के लिए यह मेट्रो का ऐतिहासिक साल बना, शहर परिवहन हुआ सुगम
भोपाल, 29 दिसम्बर (हि.स.) । मध्य प्रदेश के लिए वर्ष 2025 विकास के इतिहास में एक स्वर्णिम अध्याय के रूप में दर्ज हो गया। इस वर्ष प्रदेश के दो प्रमुख शहर इंदौर और भोपाल को मेट्रो रेल की सौगात मिली। यह केवल एक नई परिवहन व्यवस्था की शुरुआत नहीं थी, बल्कि आधुनिकता, सुव्यवस्थित शहरी जीवन और सतत विकास की दिशा में एक बड़ा कदम था। लंबे इंतजार, जटिल प्रक्रियाओं और कई बाधाओं के बाद आखिरकार मेट्रो जनता के लिए शुरू हो गई, जिससे लाखों नागरिकों के दैनिक जीवन में बड़ा बदलाव आया।
मध्य प्रदेश में मेट्रो परियोजना की परिकल्पना वर्ष 2009 में की गई थी। उस समय शहरी आबादी तेजी से बढ़ रही थी और सड़कों पर वाहनों का दबाव लगातार बढ़ता जा रहा था। इसी को ध्यान में रखते हुए 2011 में डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) बनाने के आदेश दिए गए। डीपीआर में मेट्रो रूट, लागत, तकनीकी ढांचा और चरणबद्ध निर्माण की योजना तैयार की गई। हालांकि, प्रशासनिक स्वीकृतियों, वित्तीय संसाधनों और ज़मीनी चुनौतियों के कारण परियोजना को धरातल पर उतरने में समय लगा।
आखिरकार 2018 में पहला वर्क ऑर्डर जारी हुआ और एमपी मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एमपीएमआरसीएल) के माध्यम से भोपाल और इंदौर दोनों शहरों में एक साथ मेट्रो प्रोजेक्ट का काम शुरू किया गया। निर्माण के दौरान कई कठिनाइयां सामने आईं भूमि अधिग्रहण, ट्रैफिक मैनेजमेंट, तकनीकी बदलाव और कोविड जैसी अप्रत्याशित परिस्थितियां। इसके बावजूद परियोजना को आगे बढ़ाया गया और तय समय-सीमा के भीतर इसे पूरा करने का निरंतर प्रयास किया गया।
इस दौड़ में इंदौर ने पहले बाजी मारी। 31 मई 2025 को इंदौर मेट्रो का कमर्शियल रन शुरू हो गया। स्वच्छता और नवाचार के लिए देशभर में पहचान बना चुके इंदौर के लिए यह एक और बड़ी उपलब्धि थी। मेट्रो शुरू होने से शहर के प्रमुख व्यावसायिक, शैक्षणिक और आवासीय क्षेत्रों के बीच आवागमन तेज़ और सुगम हुआ। रोज़ाना यात्रा करने वाले यात्रियों को समय की बचत के साथ-साथ सुरक्षित और आरामदायक सफर का अनुभव मिला। इसके बाद साल के अंत में, 22 दिसंबर 2025 को भोपालवासियों को भी मेट्रो की सुविधा मिल गई। करीब आठ साल के लंबे इंतज़ार के बाद झीलों की नगरी में मेट्रो की पहली ट्रेन दौड़ी। यह दिन भोपाल के इतिहास में यादगार बन गया। भोपाल मेट्रो ने पुराने शहर और नए भोपाल के बीच कनेक्टिविटी को मजबूत किया, जिससे सरकारी दफ्तरों, शिक्षण संस्थानों और प्रमुख बाजारों तक पहुंच आसान हो गई।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भोपाल मेट्रो के शुभारंभ के अवसर पर इसे “मध्य प्रदेश के शहरी विकास का नया अध्याय” बताया। उन्होंने अपने वक्तव्य में कहा, “मेट्रो परियोजना केवल परिवहन का साधन नहीं है, बल्कि यह मध्य प्रदेश को आधुनिक, पर्यावरण अनुकूल और स्मार्ट राज्य बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इंदौर और भोपाल में मेट्रो की शुरुआत से आम नागरिकों को सुगम, सुरक्षित और सस्ता परिवहन मिलेगा।” उन्हाेंने यह भी कहा कि मेट्रो से ट्रैफिक जाम की समस्या कम होगी और प्रदूषण पर नियंत्रण पाने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा, “हमारा लक्ष्य है कि प्रदेश के शहरों में विकास और पर्यावरण के बीच संतुलन बनाया जाए। मेट्रो जैसी परियोजनाएं आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वच्छ और बेहतर शहरों की नींव रखती हैं।”
मुख्यमंत्री ने एमपी मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन, इंजीनियरों, श्रमिकों और अधिकारियों के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि कठिन परिस्थितियों के बावजूद परियोजना को समय पर पूरा किया गया, जो प्रदेश की कार्यक्षमता और प्रतिबद्धता को दर्शाता है। उन्होंने यह भी संकेत दिए कि भविष्य में मेट्रो नेटवर्क के विस्तार की संभावनाओं पर सरकार गंभीरता से विचार कर रही है। मेट्रो परियोजना का असर केवल आवागमन तक सीमित नहीं है। इसके निर्माण और संचालन से रोजगार के नए अवसर पैदा हुए हैं। हजारों लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से काम मिला है। इसके साथ ही मेट्रो कॉरिडोर के आसपास व्यापार, रियल एस्टेट और सेवाओं के क्षेत्र में भी विकास की संभावनाएं बढ़ी हैं, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिली है।
पर्यावरण के दृष्टिकोण से भी मेट्रो एक अहम पहल है। निजी वाहनों पर निर्भरता कम होने से ईंधन की बचत होगी और कार्बन उत्सर्जन में कमी आएगी। यह पहल “ग्रीन और क्लीन सिटी” के विज़न को साकार करने में मदद करेगी। मेट्रो स्टेशनों पर लिफ्ट, एस्केलेटर और सुरक्षा व्यवस्था जैसी सुविधाएं इसे महिलाओं, बुज़ुर्गों और दिव्यांगजनों के लिए भी अनुकूल बनाती हैं।
कुल मिलाकर, 2025 मध्य प्रदेश के लिए मेट्रो का साल बन गया। इंदौर और भोपाल में मेट्रो की शुरुआत ने यह साबित कर दिया कि दूरदर्शी सोच, निरंतर प्रयास और मजबूत नेतृत्व से बड़े विकासात्मक लक्ष्य हासिल किए जा सकते हैं। मुख्यमंत्री मोहन यादव के नेतृत्व में यह परियोजना न केवल शहरी परिवहन की तस्वीर बदल रही है, बल्कि मध्य प्रदेश को एक आधुनिक और प्रगतिशील राज्य के रूप में आगे बढ़ा रही है। आने वाले समय में मेट्रो का विस्तार प्रदेश के विकास को नई गति देने वाला साबित होगा।____________
हिन्दुस्थान समाचार / उम्मेद सिंह रावत

