चुनौतियों का सामना करते हुए महिलाओं को अपनी आवाज बुलंदी से रखनी चाहिए: रेखा शर्मा
नई दिल्ली, 07 मार्च (हि.स.)। राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) ने अपने विशेष कार्यक्रम, तू बोल के माध्यम से अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया, जहां विभिन्न क्षेत्रों की महिलाओं ने अपनी चुनौतियों और प्रेरक यात्राएं साझा कीं। गुरुवार को विज्ञान भवन में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए आयोग के अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कहा कि महिलाओं को आलोचना का सामना करते हुए अपनी आवाज मुखर रूप से सभी के सामने रखना चाहिए। इससे महिलाओं को एक दूसरे के साहस से बल मिलता है।
इस मौके पर बैडमिंटन खिलाड़ी साइना नेहवाल ने मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता के महत्वपूर्ण महत्व पर जोर दिया। उन्होंने खेलों में भारतीय महिलाओं की उपलब्धियों का जश्न मनाते हुए युवा महिलाओं को स्वस्थ जीवन शैली के लिए खेलों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया। भारतीय वैज्ञानिक रितु करिधल ने दर्शकों को मंगलयान मिशन की अंतर्दृष्टि से रूबरू कराते हुए महिलाओं के बारे में रूढ़िवादी सोच से बाहर निकलने पर जोर दिया।
इस मौके पर प्रज्ञा प्रसून सिंह ने एसिड अटैक के बाद अपनी कहानी से सभी दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। उन्होंने बताया कि कैसे उन्होंने न केवल खुद को एसिड अटैक की घटना के बाद संभाला बल्कि ऐसी अन्य महिलाओं को भी रास्ता दिखाया। सिस्टर शिवानी ने अपने प्रभावशाली संबोधन में मानसिक स्वास्थ्य चुनौतियों की व्यापकता और उन पर काबू पाने में आंतरिक शक्ति के महत्व के बारे में बात की।
हिन्दुस्थान समाचार/ विजयलक्ष्मी/दधिबल
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