मुझे मियां का वोट नहीं चाहिए : मुख्यमंत्री
- अप्रैल में लाएंगे विवाह से संबंधित नया कानून
गुवाहाटी, 27 अगस्त (हि.स.)। मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा ने असम विधानसभा में विपक्षी दलों पर बरसते हुए आज कहा कि आप लोग मियां (अवैध घुसपैठिया) तुष्टिकरण की राजनीति करें। मुझे मियां वोट नहीं चाहिए। उन्होंने कहा कि अप्रैल में विवाह से संबंधित एक नया विधेयक सदन में लाएंगे। इस विधेयक में 10 ऐसे प्रावधान रहेंगे, जिनके जरिए विवाह के नाम पर की जाने वाली बदमाशी को रोका जा सके। इस प्रकार से हिंदू लड़कियों को भगाकर नहीं ले जाने देंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि कोई मुसलमान हिंदू लड़की से या फिर हिंदू मुसलमान लड़की से शादी करना चाहता है तो उसे छह माह पहले इसके लिए नोटिस भेजना होगा।
इस प्रकार से नए कानून में अनेक ऐसे प्रावधान जोड़े जाएंगे, जिनसे शादी के नाम पर हो रही हेराफेरी बंद हो जाएगी। मुख्यमंत्री ने विपक्ष पर सीधा निशाना साधते हुए कहा कि धीरे-धीरे निचले असम में हिंदुओं की संख्या कम होती जा रही है। धुबड़ी, दक्षिण सलमारा, बरपेटा, कोकराझाड़ आदि जिलों में हिंदुओं की संख्या लगातार कम होती जा रही है। उन्होंने कहा कि यह जन्म-मृत्यु के कारण नहीं हो रहा है, बल्कि विभिन्न प्रकार से अत्याचार करके हिंदू लोगों को वहां से भागने को विवश किया जा रहा है।
दूसरी ओर, राज्य के हिंदू बहुल राज्यों डिब्रूगढ़, लखीमपुर, गोलाघाट, जोरहाट, कामरूप मेट्रो आदि जिलों में मियां की संख्या लगातार बढ़ रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अप्रैल में विधानसभा में एक-एक पोलिंग बूथ का आंकड़ा प्रस्तुत करके दिखाएंगे कि किस प्रकार से जनसंख्या का असंतुलन हुआ है।
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट तौर पर कहा कि जिन्हें मियां का वोट लेकर राजनीति करनी है, वे करते रहें। लेकिन, उन्हें (मुख्यमंत्री को) न तो मियां का वोट चाहिए और न ही उन्हें इस प्रकार से असम में करने देंगे। मुख्यमंत्री आज असम विधानसभा के शरद कालीन सत्र के दूसरे दिन विधायकों के प्रश्नों का उत्तर दे रहे थे।
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हिन्दुस्थान समाचार / श्रीप्रकाश / अरविन्द राय / प्रभात मिश्रा
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