(अपडेट) भारत में रहना है तो श्रीराम- श्री कृष्ण की जय कहना होगाः मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव

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-जो यहां का खाता है, कहीं और का बजाता है, यह नहीं चलेगाः मुख्यमंत्री

भोपाल, 26 अगस्त (हि.स.)। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा कि भारत में अगर रहना है तो श्रीराम-कृष्ण की जय कहना होगा। उन्होंने कहा कि सावधान.. जो यहां का खाता है, कहीं और का बजाता है, यह नहीं चलेगा। इसके बाहर कुछ नहीं है। हमारे देश के भीतर हम सब का सम्मान करना चाहते हैं, किसी का अपमान नहीं करते हैं। हमारे यहां हिंदू-मुस्लिम का भाव नहीं है। हमारे यहां परमात्मा को, सृष्टि को समझने वाले लोग चाहिए। रहीम, रसखान, यहां की माटी को जोड़कर चले, इसलिए हम आज भी उन्हें स्मरण करते हैं।

मुख्यमंत्री डॉ यादव सोमवार को अशोकनगर जिले की ऐतिहासिक नगरी चंदेरी में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि 'आज मैं चंदेरी के हैंडलूम पार्क गया। वहां क्या हिंदू, क्या मुस्लिम, सब खूब मेहनत कर रहे हैं। यही पवित्रता का भाव चाहिए। आपकी पूजा पद्धति कोई भी हो, सबको छूट है, लेकिन सबसे पहले देशभक्ति चाहिए, क्योंकि देश है तो हम सब हैं। हम तो भाग्यशाली हैं कि भगवान राम-कृष्ण की भूमि पर जन्म लिया। हमारे देवी-देवताओं को समझने जाओगे तो पता चलेगा कि उन्होंने कदम-कदम पर कष्ट उठाए हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कहा कि पूरे विश्व में हमारा देश ही ऐसा है, जहां देश के नाम के साथ माता का नाम जोड़ा जाता है। यही वजह है कि हम पाठ्यक्रम के अंदर भगवान श्रीकृष्ण एवं राम का इतिहास जोड़ रहे हैं। इन पाठों को पढ़ने से बच्चों में कर्म प्रधानता बढ़ेगी। भगवानों का इतिहास हमारे पाठ्यक्रमों का हिस्सा बनना चाहिए।

इससे पहले मुख्यमंत्री ने चंदेरी पहुंचने पर सबसे पहले बुनकर पार्क में बुनकरों से संवाद किया। उनकी बनाई साड़ियां देखी। उन्होंने खुद भी साड़ी बुनी। डॉ. यादव ने यहां रोड शो भी किया। साथ ही लक्ष्मण मंदिर पहुंचकर पूजा-अर्चना की। इस मौके पर उन्होंने कहा कि चंदेरी को पर्यटन तीर्थ क्षेत्र घोषित करता हूं। जहां-जहां से भगवान कृष्ण का इतिहास जुड़ा है, सभी क्षेत्र तीर्थ के रूप में विकसित होंगे।

चंदेरी आए थे श्रीकृष्ण

मुख्यमंत्री ने कहा कि वे जन्माष्टमी पर्व मनाने के लिए चंदेरी में आए हैं। पांच हजार साल पहले भगवान श्रीकृष्ण भी चंदेरी आए थे, इसलिए चंदेरी को पर्यटन तीर्थ के रूप में विकसित किया जाएगा। उन्होंने घोषणा करते हुए कहा कि शीघ्र ही प्रदेश के सभी जिलों एवं ब्लाकों में वृंदावन गांव बनाए जाएंगे। इससे लोग भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं का अध्ययन कर उनके जीवन से सीख ले सकेंगे। इन वृंदावन गांव में अध्यात्मिक चर्चाएं होंगी।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर / आकाश कुमार राय

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