प. बंगाल में मतदान के दौरान छिटपुट हिंसा
कोलकाता, 25 मई (हि.स.)। पश्चिम बंगाल की आठ लोकसभा सीटों के लिए शनिवार को छठे चरण का मतदान जारी है। इस बीच कुछ इलाकों से हिंसा की छिटपुट घटनाएं हुई हैं।
राज्य के मुख्य चुनाव अधिकारी के कार्यालय ने बताया कि निर्वाचन आयोग को पूर्वाह्न 11 बजे तक विभिन्न राजनीतिक दलों से 954 शिकायतें मिली थीं जिनमें इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में खराबी और अभिकर्ताओं (एजेंट) को बूथ में प्रवेश करने से रोकने का आरोप लगाया गया था। हालांकि, आयोग ने शाम चार बजे दावा किया कि मतदान अब तक शांतिपूर्ण रहा है। शाम तीन बजे तक 70 फ़ीसदी वोटिंग दर्ज की गई है। पोलिंग एजेंटों को बूथ में प्रवेश करने से रोकने को लेकर घटाल निर्वाचन क्षेत्र में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के समर्थकों के बीच कथित तौर पर झड़पें हुईं।
भाजपा उम्मीदवार हिरण चटर्जी ने दावा किया कि तृणमूल के लोग उत्पात मचा रहे हैं और मतदान प्रक्रिया में बाधा पैदा कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘हमारे एजेंट को मतदान केंद्र के अंदर बैठने की अनुमति नहीं दी जा रही है।’’ भाजपा कार्यकर्ताओं ने सड़क पर प्रदर्शन किया और टायरों में आग लगा दी।
हालांकि, इस सीट से दोबारा चुनाव लड़ रहे मौजूदा तृणमूल सांसद दीपक अधिकारी उर्फ देव ने आरोपों को खारिज कर दिया।
कांथी निर्वाचन क्षेत्र के विभिन्न हिस्सों से भी हिंसा की छिटपुट घटनाएं सामने आईं। भाजपा कार्यकर्ताओं ने केंद्रीय बलों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया और उन पर मतदाताओं पर हमला करने का आरोप लगाया। भाजपा उम्मीदवार सौमेन्दु अधिकारी ने दावा किया, ‘‘तृणमूल और केंद्रीय बल हमारे खिलाफ काम कर रहे हैं। वे हमारी पार्टी के समर्थकों की पिटाई कर रहे हैं।’’
मिदनापुर निर्वाचन क्षेत्र में भाजपा उम्मीदवार अग्निमित्रा पॉल को तृणमूल कार्यकर्ताओं के वापस जाओ के नारे का सामना करते देखा गया। इसके बाद, भाजपा और तृणमूल कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गई, फलस्वरूप केंद्रीय बलों को मौके पर भेजा गया, जिन्होंने भीड़ को तितर-बितर किया।
इस बीच, तमलुक में एक मतदान केंद्र पर लोगों के एक समूह ने भाजपा उम्मीदवार और कलकत्ता उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश अभिजीत गांगुली के खिलाफ नारे लगाए। स्थिति को नियंत्रित करने और भीड़ को तितर-बितर करने के लिए सुरक्षाकर्मियों की एक बड़ी टुकड़ी तैनात की गई। चुनाव आयोग ने कहा, ‘‘हमने मामले का संज्ञान लिया है और पीठासीन अधिकारी से रिपोर्ट मांगी गई है।’’
बांकुड़ा निर्वाचन क्षेत्र में भाजपा उम्मीदवार और केंद्रीय मंत्री सुभाष सरकार को क्षेत्र के एक बूथ का दौरा करते समय विरोध का सामना करना पड़ा।
इसके अलावा चुनाव से पहले से ही हिंसा शुरू हो गई थी। पुलिस ने बताया कि शुक्रवार रात पूर्व मेदिनीपुर जिले के महिषादल में एक तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ता की अज्ञात लोगों ने हत्या कर दी। मृतक की पहचान शेख मोइबुल के रूप में की गई है। वह स्थानीय पंचायत समिति का सदस्य था।
हिन्दुस्थान समाचार /ओम प्रकाश /गंगा/दधिबल
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