विनेश फौगाट मामले पर गरमाई हरियाणा की राजनीति, महावीर फौगाट से मिले भगवंत मान
विनेश भारत का गौरव, फैसला हर भारतीय के लिए दुखद: मुख्यमंत्री
चंडीगढ़, 7 अगस्त (हि.स.)। पेरिस ओलंपिक में विनेश फौगाट का वजन अधिक होने के कारण उसे डिस्क्वालीफाई किए जाने के बाद हरियाणा की राजनीति गरमाई हुई है। कांग्रेस ने विनेश फौगाट के बहाने सत्तारूढ़ भाजपा को घेरा। विनेश फौगाट के डिस्क्वालीफाई होने के मामले को लेकर कांग्रेस व अन्य विपक्षी दल आक्रामक हो रहे हैं।
कांग्रेस का आरोप है कि विनेश फौगाट के जीतने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने तो ट्वीट करके उसे बधाई दी, लेकिन मुख्यमंत्री नायब सैनी समेत भाजपा के अन्य किसी भी नेता ने बधाई नहीं दी। अलबत्ता बुधवार को जब विनेश फौगाट को डिस्क्वालीफाई किए जाने की खबर आई तो मुख्यमंत्री व अन्य भाजपा नेताओं ने जरूर ट्वीट किए। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने बुधवार को ट्वीट करके कहा कि विनेश आप भारत का गौरव हैं, आप हर भारतीय के लिए प्रेरणा हैं। आपने अपनी शानदार खेल प्रतिभा से ओलंपिक में भारत का सिर गर्व से ऊंचा किया है। आज का फैसला हर भारतीय के लिए बेहद ही दु:खद है। हरियाणा समेत पूरा भारत आपके साथ खड़ा है। आपने सभी चुनौतियों का डट कर सामना किया है। हमें अपनी बेटी पर पूर्ण विश्वास है कि आप हर बाधाओं को पार कर हमेशा भारत का मान बढ़ाती रहेंगी। भारत की शान हमारी बेटी विनेश फोगाट।
नेता प्रतिपक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा ने मंगलवार की रात जहां विनेश काे जीत के लिए शुभकामनाओं का ट्वीट किया था, वहीं बुधवार को उन्होंने विनेश फोगाट को अयोग्य ठहराए जाने पर दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि गोल्ड मेडल की दहलीज पर खड़े किसी खिलाड़ी के साथ उन्होंने ऐसा होते हुए पहले कभी नहीं देखा। इस पूरे मामले की जांच होनी चाहिए और भारत सरकार को इसमें हरसंभव हस्तक्षेप करना चाहिए।
कांग्रेसी सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि जब सारा देश विनेश से गोल्ड मेडल जीतकर लाने का इंतज़ार कर रहा था, तब उनके अयोग्य घोषित होने की खबर ने सबको स्तब्ध कर दिया। सारे देश के साथ साथ मैं भी आज व्यथित हूं और भावुक हूं। यह चूक कैसे हुई और किस स्तर पर हुई? आखिर साथ भेजे गए अधिकारियों की क्या जिम्मेदारी थी। इनेलो विधायक अभय चौटाला ने कहा कि हमारी बेटी के साथ नाइंसाफी हुई है। यह घटना केवल मेडल तक सिमित नहीं है अपितु देश की बेटी को मानसिक आघात भी पहुंचा है। केंद्र सरकार एवं भारतीय ओलंपिक संघ द्वारा इस निर्णय को चैलेंज करते हुए ठोस कदम उठाना चाहिए ताकि देश की बेटी को इंसाफ मिल सके।
इस सब के बीच पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान भी इस मुद्दे में कूद गए। भगवंत मान अपने कार्यक्रमों में बदलाव करके आम आदमी पार्टी हरियाणा के नेताओं के साथ चरखी-दादरी पहुंचे और विनेश के पिता महावीर फौगाट के साथ मुलाकात की।
भगवंत मान ने कहा कि वह मुद्दे को राजनीति से नहीं जोडऩा चाहता लेकिन हमारी ओलंपिक एसोसिएशन के सदस्य वहां क्या करने गए हैं। उन्होंने मुद्दे को क्यों नहीं उठाया। एक दिन में तीन मुकाबले जीतने के बाद अगले दिन 100 ग्राम वजन बढ़ा दिया, ये क्या हो रहा है। गली मोहल्लों में खेलने वाले बच्चे भी आउट होने के बाद नहीं मानते, आखिर इंडियन ओलंपिक एसोसियेशन ने क्यों नहीं उठाई आवाज। ओलंपिक 2024 में हॉकी में सिर्फ भारतीय खिलाड़ी को दिखाया गया रेड कार्ड, चारों तरफ़ हो रही आलोचना। यूक्रेन की जंग रुकवाने की बात करने वाले मोदी अपने खिलाडिय़ों के पक्ष में खड़े नहीं होते। जीत के समय कोई ट्वीट नहीं लेकिन अयोग्य घोषित करने के बाद कर रहे हैं तारीफें। भगवंत मान यहीं नहीं रूके उन्होंने कहा कि संसद में उनके सांसद इस मुद्दे को उठाएंगे।
हिन्दुस्थान समाचार / संजीव शर्मा / सुनील कुमार सक्सैना
हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्वाइन करने के लिये यहां क्लिक करें, साथ ही लेटेस्ट हिन्दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लिये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लिये यहां क्लिक करें।