पिछली शताब्दी के महापुरुष थे महात्मा गांधी, इस शताब्दी के युगपुरुष नरेन्द्र मोदी: उपराष्ट्रपति

पिछली शताब्दी के महापुरुष थे महात्मा गांधी, इस शताब्दी के युगपुरुष नरेन्द्र मोदी: उपराष्ट्रपति
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पिछली शताब्दी के महापुरुष थे महात्मा गांधी, इस शताब्दी के युगपुरुष नरेन्द्र मोदी: उपराष्ट्रपति


नई दिल्ली, 27 नवंबर (हि.स.)। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने सोमवार को कहा महात्मा गांधी पिछली शताब्दी के महापुरुष थे और नरेन्द्र मोदी इस शताब्दी के युगपुरुष हैं। महात्मा गांधी ने सत्याग्रह और अहिंसा के मंत्र से देश को अंग्रेजों की गुलामी से छुटकारा दिलाया और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देश को उस रास्ते पर लाए हैं, जिस रास्ते पर हम सदियों से देश को देखना चाहते थे।

आज मुंबई में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने श्रीमद राजचंद्र जयंती- 'आत्मकल्याण दिवस' पर आयोजित समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया और श्रीमद राजचंद्र की प्रतिमा का अनावरण किया। समारोह को सम्बोधित करते हुए धनखड़ ने कहा यहां आकर मैं धन्य हो गया। गुरुदेव राकेश का आशीर्वाद सदैव मेरी स्मृति में रहेगा।

उन्होंने कहा कि श्रीमद राजचन्द्र मिशन लाखों लोगों के जीवन को बेहतर बना रहे हैं, लोगों का जीवन बदल रहा है इसमें कोई संदेह नहीं है यह मिशन मानव कल्याण के लिए सराहनीय कार्य कर रहा है। भारत सदियों से महापुरुषों की जननी रहा है। भारत विश्व संस्कृति का केंद्र है। भारत की सभ्यता 5000 वर्षों से भी प्राचीन है दुनिया में ऐसा कोई देश नहीं है जिसकी सभ्यता इतनी प्राचीन और समृद्ध हो जितना कि हमारे देश की। उन्होंने कहा कि आज के दिन की खासियत देखिए श्रीमद् राजचंद्र जी की जयंती, कार्तिक पूर्णिमा और प्रकाश पर्व इन तीनों का एक दिन पर मिलन हमारी सांस्कृतिक गहराई को इंगित करता है।

उपराष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा चलाए गए स्वच्छता अभियान और महिलाओं को प्रदान किए गए आरक्षण का जिक्र करते हुए कहा यदि आज राजचंद्र जी और महात्मा गांधी जी साक्षात रूप में उपस्थित होते तो वे भी इन कार्यक्रमों की सराहना करते। उन्होंने कहा कि महिला आरक्षण से समाज में सकारात्मक परिवर्तन आएगा उन्हें उनका अधिकार मिलेगा।

धनखड़ ने कहा कि नरेन्द्र मोदी ने एक बहुत महान काम किया है अमृत काल में उन सब लोगों को ढूंढ निकला है जिन लोगों ने देश की आजादी के लिए त्याग और बलिदान किया। भारत की दुनिया में आज एक अलग पहचान है, भारत 140 करोड़ की जनसंख्या वाला एक प्रतिभाशाली देश है।

धनखड़ ने कहा जो लोकतंत्र का मंदिर डिबेट, चर्चा और विचार विमर्श की परंपराओं से फलने-फूलने चाहिए वहां शोर-शराबा और व्यवधान होता है। राष्ट्रपति ने संविधान सभा का जिक्र करते हुए कहा कि जब संविधान का निर्माण हुआ संविधान सभा में तीन साल तक बहस चली, चर्चा हुई वहां बहुत से विभाजनकारी मुद्दे थे लेकिन किसी भी प्रकार का शोर-शराबा नहीं हुआ, हंगामा नहीं हुआ, कोई वेल में नहीं आया, किसी ने प्लेकार्ड नहीं दिखाए।

आज भारत दुनिया में तेज गति से आगे बढ़ रहा है, वैश्विक अर्थव्यवस्था में पांचवां स्थान प्राप्त किया है, भारत ने यूके और फ्रांस को पीछे छोड़ दिया है और वर्ष 2030 तक जापान और जर्मनी को भी पीछे छोड़ देगा।

इस अवसर पर महाराष्ट्र के राज्यपाल रमेश बैस, महाराष्ट्र सरकार के कैबिनेट मंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा, श्रीमद राजचंद्र मिशन धरमपुर के प्रमुख गुरुदेव राकेश, मिशन के उपाध्यक्ष आत्मर्पित नेमीजी, महाराष्ट्र के पुलिस कमिश्नर एवं अन्य कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार/ सुशील/संजीव

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