भारत को 2047 में विकसित राष्ट्र बनाने में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका किसान की होगी : उपराष्ट्रपति
देहरादून, 30 मई (हि.स.)। उत्तराखंड दौरे पर आए उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने गुरुवार को गोविंद बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय पंतनगर का दौरा किया और विश्वविद्यालय के शिक्षकों के साथ संवाद किया। राष्ट्र की अर्थव्यवस्था में कृषि और किसानों के महत्व को रेखांकित करते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा कि भारत को 2047 में विकसित राष्ट्र बनाने में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका किसान की होगी।
उपराष्ट्रपति ने किसानों को कृषि उत्पादों के व्यवसाय और उनसे जुड़े उद्योगों में भागीदार बनाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि किसानों को कृषि उत्पादों की मार्केटिंग और उनके मूल्य संवर्धन में शामिल होना चाहिए। उपराष्ट्रपति ने विश्वविद्यालय के शिक्षकों को किसानों में उच्च मूल्यवाली उपज और नई तकनीकों के उपयोग के प्रति जागरूकता बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया।
विश्वविद्यालय परिसर में लगाया सफेद चंदन का पौधा
उपराष्ट्रपति ने विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों की ओर से निर्मित उत्पादों की प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया। विश्वविद्यालय की प्रारंभ से वर्तमान तक की यात्रा को दर्शाते ‘पंतनगर संग्रहालय’ का भी निरीक्षण किया। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने पत्नी डॉ. सुदेश धनखड़ संग विश्वविद्यालय परिसर में सफेद चंदन का पौधा लगाया।
गोविंद बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिक विवि की हरित क्रांति में अहम भूमिका
गोविंद बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय देश का प्रथम कृषि विश्वविद्यालय है जिसकी स्थापना वर्ष 1960 में हुई थी। हरित क्रांति में इस विश्वविद्यालय ने अहम भूमिका निभाई है।
इस दौरान उत्तराखंड के राज्यपाल ले. जनरल (सेनि) गुरमीत सिंह, विश्वविद्यालय के शिक्षक, विभिन्न विभागों के डीन, निदेशक एवं अन्य संकाय सदस्य थे।
हिन्दुस्थान समाचार/कमलेश्वर शरण/सत्यवान/वीरेन्द्र
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