बहुत कुछ खास है खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स में

लखनऊ, 25 मई (हि.स.)। उत्तर प्रदेश की मेजबानी में होने वाले तृतीय खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स 2022 का आज से (गुरुवार को) रंगारंग शुभारंभ उत्तर प्रदेश के लखनऊ की बीबीडी यूनिवर्सिटी में हो गया। उद्घाटन समारोह की शुरुआत देश के जनमानस में बसे धर्म ग्रंथ रामायण पर एक प्रतीकात्मक कहानी के चित्रण के साथ हुई। साथ ही साथ ही गुरु शिष्य परंपरा को दर्शाती गाथा पर विशेष ध्यान दिया गया जिसका भारतीय जन-जीवन में एक महत्वपूर्ण स्थान है। भारत की इस परंपरा को दर्शाने के लिए महाभारत कालीन गुरु द्रोणाचार्य और उनके शिष्य अर्जुन की पौराणिक कहानी का सहारा लेते हुए ताना-बाना बुना गया था। यहां यह भी बताते चले कि गुरुओं द्वारा मौखिक रुप से अपने शिष्यों को उत्तराधिकार में ज्ञान देने की परंपरा है।
इस आकर्षक शो में कलाकारों ने समृद्ध संस्कृति और विरासत से नए भारत के उत्तर प्रदेश के आधुनिक विकास में परिवर्तन की कहानी दर्शायी। इस दौरान खेलों के शुभंकर जीतू द बारासिंघा पर भी सबकी निगाहें टिकी जो गर्व से गौरव का प्रतीक है। बताते चलें कि बारासिंघा उत्तर प्रदेश का राज्य पशु है, जो उत्तर प्रदेश की जीवंतता का प्रतीक है। जीतू ने पिछले यूनिवर्सिटी गेम्स के शुभंकरों- जय और विजय के साथ जैसे ही मैदान में कदम रखा माहौल एकदम रोमांचकारी हो गया और सभी ने शुभंकर व मशाल का करतल ध्वनि से स्वागत किया।
इस दौरान भारत में एथलीट आइकान ओलंपियन एथलीट पद्मश्री सुधा सिंह, हॉकी ओलंपियन दानिश मुज्तबा, राष्ट्रमंडल खेलों के पदक विजेता जूडोका विजय यादव और भारतीय हॉकी खिलाड़ी प्रीति दुबे ने इन खेलों की मशाल को रोशन किया।
इस अवसर पर खेलों के दौरान स्थिरता सुनिश्चित करने पर भी जोर दिया गया और सबने जीवन मिशन शपथ के साथ इसे सुनिश्चित करने की शपथ ली।
इस दौरान खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स-2022 उत्तर प्रदेश के अधिकृत एंथम खेलो इंडिया - हर दिल में देश को सुप्रसिद्ध सूफी गायक कैलाश खेर ने गाकर अपने सुरों से लोगों में जोश भर दिया। इस एंथम को प्रसिद्ध गायक पलाश सेन ने कंपोज किया है। साथ ही खिलाड़ियों ने दस दिवसीय इस आयोजन में खेल भावना के साथ अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन का संकल्प लिया। इस दौरान भारत माता की जय और वंदेमातरम के जय घोष से पूरा स्टेडियम गुंजायमान हो गया।
इस अवसर पर खेलों की मशाल का एनसीसी कैडेट्स के साथ मेजबान बीबीडी विश्वविद्यालय के छात्रों ने स्वागत किया। इस मशाल रिले ने पिछले 20 दिनों में पूरे राज्य का सफर तय किया है और इस दौरान 5 लाख से अधिक लोग रिले में शामिल हुए। इसके जरिए खेलों के प्रति चारों ओर चर्चा और उत्साह का माहौल सृजित हुआ।
हिन्दुस्थान समाचार/सुनील/आकाश
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