केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने भूजल संसाधन आकलन रिपोर्ट जारी की
नई दिल्ली , 1 दिसंबर (हि.स.)। केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने शुक्रवार को पूरे देश के लिए गतिशील भूजल संसाधन आकलन रिपोर्ट जारी की। मूल्यांकन से एकत्र की गई जानकारी से स्पष्ट हो रहा है कि भूजल की स्थिति में सुधार के संकेत मिले हैं। इसके अलावा अत्यधिक उपयोग की जाने वाली इकाइयों की संख्या में समग्र कमी और भूजल निकासी के स्तर में भी कमी देखी गई है। यह मूल्यांकन केंद्रीय भूजल बोर्ड (सीजीडब्ल्यूबी) और राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया गया था।
2023 की मूल्यांकन रिपोर्ट के अनुसार पूरे देश के लिए कुल वार्षिक भूजल पुनर्भरण 449.08 बिलियन क्यूबिक मीटर (बीसीएम) है, जो पिछले वर्ष (2022) की तुलना में 11.48 बीसीएम बढ़ा है। इसके अलावा देश की कुल 6553 मूल्यांकन इकाइयों में से 736 इकाइयों को 'अत्यधिक शोषित' के रूप में वर्गीकृत किया गया है। 2022 के मूल्यांकन आंकड़ों की तुलना में देश की 226 मूल्यांकन इकाइयों में भूजल की स्थिति में सुधार का संकेत देता है। जल शक्ति मंत्रालय में जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण विभाग की सचिव देबाश्री मुखर्जी, जल शक्ति मंत्रालय में पेयजल और स्वच्छता विभाग की सचिव सुश्री वेणी महाजन, संयुक्त सचिव (एआईसी और जीडब्ल्यू) सुबोध यादव के साथ सीजीडब्ल्यूबी के अध्यक्ष डॉ. सुनील कुमार अंबस्टा उपस्थित थे।
हिन्दुस्थान समाचार/ बिरंचि सिंह/दधिबल
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