एनसीईआरटी देश का सामूहिक शैक्षणिक भंडार है : धर्मेंद्र प्रधान

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एनसीईआरटी देश का सामूहिक शैक्षणिक भंडार है : धर्मेंद्र प्रधान


- एनसीईआरटी की पाठ्यपुस्तकों की पहुंच बढ़ाने के लिए फ्लिपकार्ट के बीच हुआ समझौता

- एनसीईआरटी ने कक्षा 9-12 की पाठ्यपुस्तकों की कीमतों में 20 प्रतिशत कटौती की घोषणा की

नई दिल्ली, 16 दिसंबर (हि.स.)। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने सोमवार को भारतीय शिक्षा में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) की शुरूआत पर कहा कि एआई आज दुनिया में हर चीज को प्रभावित कर रहा है। एनसीईआरटी को देश का सामूहिक शैक्षणिक भंडार बताते हुए उन्होंने कहा कि जिस तरह से वीडियो और एनीमेशन के साथ बोलने वाली किताब की कल्पना की जा रही है, उसे पारंपरिक पुस्तक मुद्रण के साथ जोड़कर, एनसीईआरटी ऐसा करने के लिए सही मंच है।

केंद्रीय शिक्षा मंत्री आज राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) मुख्यालय में नए एनसीईआरटी ऑडिटोरियम के लिए भूमि पूजन के बाद संबोधित कर रहे थे। उन्होंने एनसीईआरटी और ई-कॉमर्स मार्केटप्लेस फ्लिपकार्ट के बीच समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर की भी अध्यक्षता की। इससे देशभर में, खासकर टियर 2 और टियर 3 शहरों में एनसीईआरटी प्रकाशनों की सस्ती और निर्बाध उपलब्धता सुनिश्चित की जा सकेगी। मंत्री ने गूगल लर्निंग सेंटर का भी उद्घाटन किया, जो एआई सहित डिजिटल टूल्स पर शिक्षकों और शिक्षाविदों की क्षमता निर्माण की सुविधा प्रदान करेगा। यह अत्यधुनिक लैब 40 लोगों के लिए पर्याप्त कंप्यूटर और नेटवर्किंग सुविधाओं के साथ बनाई गई है। इसके साथ ही, पीएमईविद्या डीटीएच टीवी चैनलों के प्रसारण के लिए 200 यूट्यूब चैनल बनाए गए हैं। उन्हाेंने निष्ठा एकीकृत शिक्षक प्रशिक्षण मॉड्यूल, निष्ठा-ईटी, कौशल और एडु-लीडर भी जारी किए।

धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि एनसीईआरटी और फ्लिपकार्ट के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर होने से एनसीईआरटी की पाठ्यपुस्तकों की उपलब्धता बढ़ेगी और उन्हें देश भर में शिक्षार्थियों के घर-घर तक पहुंचाया जाएगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि निष्ठा शिक्षक प्रशिक्षण मॉड्यूल और गूगल इंडिया द्वारा अनुभवात्मक शिक्षण केंद्र जैसी पहल शिक्षकों की क्षमताओं को मजबूत करेगी और शिक्षकों और छात्रों दोनों को सशक्त बनाएगी। उन्हाेंने इस बात पर प्रकाश डाला कि एनसीईआरटी भारत का गौरव है और देश की शिक्षा प्रणाली की आधारशिला है। उन्होंने इसे केवल एक संस्थान नहीं बल्कि देश के लिए एक सामूहिक शैक्षणिक भंडार बताया।

कार्यक्रम में एनसीईआरटी के निदेशक दिनेश प्रसाद सकलानी ने आगामी शैक्षणिक वर्ष से कक्षा 9 से 12 तक की पाठ्यपुस्तकों की कीमतों में 20 प्रतिशत की कटौती की घोषणा की। उन्होंने कहा कि यह पहली बार है कि पाठ्यपुस्तकों की कीमत में उल्लेखनीय कमी की गई है। उन्होंने कहा कि अगले शैक्षणिक वर्ष के लिए कक्षा 9 से 12 तक की सभी पाठ्यपुस्तकें एनसीईआरटी द्वारा मौजूदा कीमत से 20 प्रतिशत कम कीमत पर बेची जाएंगी। इस बीच, कक्षा 1 से 8 तक की पाठ्यपुस्तकें 65 रुपये प्रति मूल्य पर बिकती रहेंगी।

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हिन्दुस्थान समाचार / सुशील कुमार

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