प्रधानमंत्री रविवार को पुणे और झज्जर में 'आयुष परियोजनाओं' का करेंगे उद्घाटन

प्रधानमंत्री रविवार को पुणे और झज्जर में 'आयुष परियोजनाओं' का करेंगे उद्घाटन
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प्रधानमंत्री रविवार को पुणे और झज्जर में 'आयुष परियोजनाओं' का करेंगे उद्घाटन


नई दिल्ली, 24 फ़रवरी (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपने दो दिवसीय गुजरात दौरे के दौरान देश में समग्र स्वास्थ्य सेवा व्यवस्था को बढ़ावा देने के उद्देश्य से रविवार को आयुष मंत्रालय के दो संस्थानों का भी उद्घाटन करेंगे। वह राष्ट्रीय प्राकृतिक चिकित्सा संस्थान (एनआईएन) पुणे (महाराष्ट्र) में 'निसर्ग ग्राम' और झज्जर (हरियाणा) में 'केंद्रीय योग और प्राकृतिक चिकित्सा संस्थान' (सीआरवाईवाईएन) को राष्ट्र को समर्पित करेंगे।

निसर्ग ग्राम एक 250 बिस्तरों वाला अस्पताल है, जिसमें बहु-आयामी अनुसंधान एंड विस्तारित सेवा केंद्र के साथ-साथ स्नातक (यूजी) / परास्नातक (पीजी) / पैरा मेडिकल छात्रों के लिए निर्मित एक नेचुरोपैथी मेडिकल कॉलेज है। मेडिकल कोर्स करने वाले छात्र-छात्राओं दोनों के लिए अलग-अलग छात्रावास की सुविधा उपलब्ध होंगी। इसके साथ ही विशाल सभागार, योगाभ्यास हॉल, कॉटेज सहित आवासीय और गैर आवासीय सुविधाएं भी यहां मौजूद हैं। प्रसिद्ध गांधी मेमोरियल हॉल भी परिसर का एक अभिन्न हिस्सा है। 25 एकड़ क्षेत्र में फैली इस परियोजना की कुल लागत 213.55 करोड़ रुपये है।

केन्द्रीय योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा संस्थान एक शीर्ष स्तर की योग और प्राकृतिक चिकित्सा अनुसंधान और शिक्षा सुविधा है। इस परियोजना के माध्यम से योग और प्राकृतिक चिकित्सा स्वास्थ्य देखभाल के क्षेत्र में तृतीयक स्तर की अधोसंरचना का निर्माण किया गया है। संस्थान में योग ब्लॉक और डाइट ब्लॉक के अलावा ओपीडी, ट्रीटमेंट ब्लॉक, एकेडमिक ब्लॉक, हॉस्टल और रेजिडेंशियल ब्लॉक के साथ 200 बेड का अस्पताल भी शामिल है। 19 एकड़ क्षेत्र में फैली इस परियोजना की कुल लागत 63.88 करोड़ रुपये है।

पुणे में राष्ट्रीय प्राकृतिक चिकित्सा संस्थान (एनआईएन) और केंद्रीय योग और प्राकृतिक चिकित्सा संस्थान (सीआरआईवाईएन) देवरखाना गांव, झज्जर, पारंपरिक स्वास्थ्य देखभाल प्रणालियों के माध्यम से समग्र स्वास्थ्य सेवा को बढ़ावा देने में एक मील का पत्थर साबित होगा। ये संस्थान उभरती हुई स्वास्थ्य चुनौतियों, विशेष रूप से गैर-संचारी रोगों (एनसीडी) के बढ़ते प्रसार को रोकने और उसका सामना करने के लिए हाइड्रोथेरेपी, मालिश, पोषण और योग चिकित्सा जैसे विविध आयामों का उपयोग करते हुए कार्य करेंगे। अपने अत्याधुनिक बुनियादी ढांचे और शैक्षिक कार्यक्रमों के साथ ये संस्थान आम जन के स्वास्थ्य और देखभाल को प्राथमिकता देने वाली व्यवस्था को और अधिक सशक्त बनाएंगे।

हिन्दुस्थान समाचार/ विजयलक्ष्मी/दधिबल

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