राजस्थान विस चुनाव : आखिरी दौर में भाजपा के 12 से अधिक बड़े नेताओं ने झोंकी पूरी ताकत
राजस्थान के चुनावी रण के लिए गुरुवार शाम पांच बजे थम जाएगा प्रचार का शोर
जयपुर, 22 नवंबर (हि.स.)। राजस्थान विधानसभा चुनाव का प्रचार गुरुवार शाम पांच बजे तक थम जाएगा। चुनाव के अंतिम दिनों में सभी दलों के नेताओं ने प्रचार में अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। बुधवार को भाजपा के 12 से ज्यादा केंद्रीय नेताओं ने प्रदेश की विधानसभा क्षेत्रों में रोड शो और सभा कर पार्टी के पक्ष में माहौल तैयार किया।
राजस्थान विधानसभा चुनाव का प्रचार अब आखिरी दौर में चल रहा है। गुरुवार शाम बजे चुनाव प्रचार का शोर थम जाएगा। राजनीतिक दलों के पास अब लगभग कुछ ही घंटे से प्रचार के लिए बचे हैं। ऐसे में प्रमुख राजनीतिक दलों सहित स्थानीय राजनीतिक दलों के नेताओं ने चुनावी प्रचार और पार्टी के पक्ष में माहौल बनाने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। बुधवार को भाजपा के कई दिग्गजों ने अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों में रोड शो और सभाओं के जरिए कांग्रेस पर हमला बोलने के साथ पार्टी के पक्ष में माहौल तैयार किया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सागवाड़ा और कोटड़ी में सभाओं को संबोधित किया। इसके अलावा पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा दांतारामगढ़ दौसा में, केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह जैतारण, जालोर, रानीवाड़ा (जालोर) में, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह खैरवाड़ा, झाडौल, पचपदरा, सिरोही में, प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी उदयपुरवाटी श्रीमाधोपुर, सुमेरपुर, चित्तौड़गढ़ में, ओम माथुर ने बिलाडा, जैतारण, जालोर, सिरोही में चुनावी सभा को संबोधित किया।
इसी तरह मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हिंडौली, सिविल लाइन, देवली उनियारा में, प्रदेश सह चुनाव प्रभारी कुलदीप विश्नोई रानीवाड़ा में, नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने फतेहपुर, चूरू, सरदारशहर, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने भादरा, राजगढ़, फुलेरा-सांभर, अलवर शहर में, राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने आदर्श नगर, जमवारामगढ़, राजगढ़-लक्ष्मणगढ़, महुवा, लालसोट में, राज्यसभा सांसद घनश्याम तिवाड़ी ने चूरू में, यूपी के पूर्व उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने मालवीय नगर में, राष्ट्रीय मंत्री अलका गुर्जर ने सिकराय, हिण्डौन में चुनावी सभा की।
उल्लेखनीय है कि विधानसभा चुनाव के लिए 25 नवंबर को मतदान मतदान होना है। इसके लिए 23 नवंबर को चुनाव प्रचार शाम 5 बजे थम जाएगा। इसके बाद राजनीतिक दलों को सभाएं करने, रैली या जुलूस निकालने, लाऊड स्पीकर से प्रचार करने, सभाएं या भीड़ इकट्ठा करने पर पूर्ण पाबंदी रहेगी। इसके साथ ही स्टार प्रचारकों को भी विधानसभा क्षेत्रों से बाहर जाना होगा। हालांकि, इस दौरान उम्मीदवार डोर टू डोर जनसंपर्क कर सकेंगे।
हिन्दुस्थान समाचार/रोहित/ईश्वर/सुनील
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