मानव और वन्य जीव टकराव रोकने के लिए हमें जानवरों से सहानुभूति रखनी चाहिए : भूपेंद्र यादव
नई दिल्ली, 21 फ़रवरी (हि.स.)। केरल के वायनाड में मानव- वन्य जीव टकराव पर केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने चिंता जाहिर की है। बुधवार की सुबह बेंगलुरु में केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर मीडियाकर्मियों से बात करते हुए भूपेंद्र यादव ने कहा कि मानव -वन्य जीव टकराव को रोकने के लिए हमें जानवरों के प्रति सहानुभूति रखनी चाहिए। इस मामले में केंद्र सरकार द्वारा जारी सलाह को भी मानना चाहिए।
केंद्रीय मंत्री ने कहा, “ खासकर वायनाड और बांदीपुर तथा वायनाड की सीमा पर मानव-पशु टकराव जारी है। मंत्रालय के अधिकारियों ने मुझे मौजूदा स्थिति से अवगत कराया है। मैंने स्थिति पर चर्चा करने के लिए भारतीय वन्यजीव संस्थान (डब्ल्यूआईआई) के वरिष्ठ वैज्ञानिकों, मंत्रालय के अधिकारियों और राज्य के अधिकारियों को बुलाया है। वे पीड़ितों से मिलेंगे और यह सुनिश्चित करेंगे कि केंद्र सरकार द्वारा जारी मुआवजा पीड़ितों तक पहुंचे।”
दरअसल, केरल के वायनाड से जंगली जानवरों द्वारा लोगों पर हमले करने की लगातार खबरें आ रही हैं। इसी मामले को लेकर हाई कोर्ट ने कह दिया है कि मानव द्वारा बनाई गई क्षेत्रीय सीमाएं मानव-पशु संघर्षों को हल करने में मदद नहीं करती हैं। ऐसे हमलों को केवल ठोस प्रयासों से ही नियंत्रित किया जा सकता है।
हाई कोर्ट ने सुझाव दिया कि केरल के वायनाड जिले में जंगली जानवरों की घुसपैठ से निपटने के लिए केरल, तमिलनाडु और कर्नाटक द्वारा अतिरिक्त मुख्य सचिवों के स्तर पर एक संयुक्त कार्य योजना तैयार की जानी चाहिए। साथ ही अदालत ने मामले को आगे के विचार के लिए 27 फरवरी के लिए सूचीबद्ध किया है। केंद्रीय मंत्री के इस दौरे को इस घटना से जोड़कर देखा जा रहा है।
हिन्दुस्थान समाचार/ बिरंचि सिंह/दधिबल
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