पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में पीएमके नेता जी.के. मणि निष्कासित
चेन्नई, 26 दिसंबर (हि.स.)। तमिलनाडु में पाटाली मक्कल कच्ची (पीएमके) ने पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्त रहने के आरोप में पार्टी के वरिष्ठ नेता जी.के. मणि को पार्टी की मूल सदस्यता से निष्कासित कर दिया है। इस संबंध में पीएमके के नेता डॉ. अंबुमणि रामदास ने औपचारिक घोषणा की। पार्टी के प्रधान कार्यालय की ओर से शुक्रवार सुबह इस बाबत एक विस्तृत आधिकारिक बयान जारी किया गया।
बयान में कहा गया है कि पाटाली मक्कल कच्ची से जुड़े विधायक जी.के. मणि लंबे समय से पार्टी और पार्टी नेतृत्व के हितों के विरुद्ध गतिविधियों में शामिल रहे हैं। पार्टी संविधान के अनुच्छेद 30 के अनुसार, ऐसी स्थिति में संबंधित नेता को पार्टी की मूल सदस्यता से हटाया जाना अनिवार्य है।
पीएमके की अनुशासन समिति ने 18 दिसंबर को जी.के. मणि को नोटिस जारी कर एक सप्ताह के भीतर स्पष्टीकरण देने का निर्देश दिया था। हालांकि, निर्धारित समय-सीमा समाप्त होने के बावजूद उनकी ओर से कोई स्पष्टीकरण प्रस्तुत नहीं किया गया। इसके बाद अनुशासन समिति ने चेन्नई में बैठक कर पूरे मामले पर विचार-विमर्श किया।
बैठक में यह निष्कर्ष निकाला गया कि पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोपों पर स्पष्टीकरण न देना गंभीर अनुशासनहीनता है। इसके आधार पर अनुशासन समिति ने पार्टी नेता डॉ. अंबुमणि रामदास को अनुच्छेद 30 के तहत जी.के. मणि को पार्टी की मूल सदस्यता से हटाने की सिफारिश की, जिसे स्वीकार करते हुए डॉ. अंबुमणि रामदास ने घोषणा की कि शुक्रवार, 26 दिसंबर 2025 से जी.के. मणि को पीएमके की मूल सदस्यता से निष्कासित किया जाता है।
साथ ही पार्टी के सभी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं से अपील की गई है कि वे निष्कासित नेता से किसी भी प्रकार का संपर्क न रखें। यह जानकारी पीएमके मुख्यालय द्वारा जारी बयान में दी गई।
उल्लेखनीय है कि इससे एक दिन पहले पीएमके अध्यक्ष जी.के. मणि ने तेलपुरम में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की थी। इस दौरान उन्होंने कहा था कि पीएमके की राज्य कार्यकारी समिति और सामान्य समिति की बैठक 29 दिसंबर को सेलम में पार्टी संस्थापक डॉ. रामदास की अध्यक्षता में आयोजित होगी, जिसमें तमिलनाडु और पुडुचेरी की पार्टी कार्यकारिणी भाग लेगी।
वहीं आगामी चुनावों को लेकर डॉ. अंबुमणि रामदास ने कहा कि पार्टी के नामांकन स्वीकार किए जा चुके हैं और इस संबंध में उन्होंने चुनाव आयोग को पत्र भी लिखा है। उन्होंने स्पष्ट किया कि पीएमके पूरी तरह एकजुट है और पार्टी के साथ मित्रता का केवल दिखावा करने वालों को स्वीकार नहीं किया जाएगा। जी.के. मणि के ऐसे कथित दिखावे को पार्टी नेतृत्व, विशेषकर डॉ. रामदास, के समक्ष कोई मान्यता नहीं दी जाएगी।--------------
हिन्दुस्थान समाचार / Dr. Vara Prasada Rao PV

