तमिलनाडु के तिरुत्तणी में एक व्यक्ति पर हमला मामले में चार नाबालिग हिरासत में
चेन्नई, 30 दिसंबर (हि.स.)। तमिलनाडु के तिरुवल्लुर जिले के तिरुत्तणी रेलवे स्टेशन के पास एक व्यक्ति पर हमला मामले में पुलिस ने चार नाबालिग लड़कों को हिरासत में लिया है। आरोप है कि इन नाबालिगों ने एक व्यक्ति पर हंसिया से बेरहमी से हमला किया और पूरी घटना का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।
उत्तर क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक आसरा गर्ग ने मंगलवार को मीडिया को बताया कि इस हमले में गंभीर रूप से घायल व्यक्ति की पहचान सूरज (34) के रूप में हुई है, जो ओडिशा का रहने वाला है। घटना के समय राहगीरों ने जब घायल अवस्था में सूरज को देखा, तो तुरंत पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने पीड़िता को पहले तिरुत्तणी अस्पताल और फिर तिरुवल्लुर के सरकारी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में भर्ती कराया। उसके बाद उसे चेन्नई के राजीव गांधी सरकारी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से उसको छुट्टी दे दी गयी। वह अपने गांव के लिए रवाना हो गया।
पुलिस महानिरीक्षक गर्ग ने कहा कि अन्य राज्यों के मजदूरों की सुरक्षा पर गंभीरता से ध्यान दिया जा रहा है। भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए सख्त निगरानी की जा रही है। इसके अलावा, इस घटना की संवेदनशील प्रकृति को ध्यान में रखते हुए हम अनुरोध करते हैं कि हमले का वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म पर साझा न किया जाए। ऐसा प्रसारण सार्वजनिक शांति और सुव्यवस्था पर प्रभाव डाल सकता है।
उन्होंने बताया कि जांच में सामने आया है कि सभी आरोपित तिरुत्तणी के पास स्थित नेमिली क्षेत्र के निवासी हैं और घटना के समय शराब के नशे में थे। नाबालिगों की पहली मुलाकात पीड़ित से तिरुत्तणी जाने वाली ट्रेन में हुई थी। आरोप है कि ट्रेन में ही उन्होंने सूरज की गर्दन पर चाकू रखकर उसे धमकाया और इस दौरान वीडियो भी रिकॉर्ड किया। ट्रेन से उतरने के बाद चारों आरोपित सूरज को रेलवे क्वार्टर के पास एक सुनसान इलाके में ले गए, जहां उस पर हंसिया से हमला किया गया। आरोपियों ने पूरी वारदात को मोबाइल में रिकॉर्ड कर इंस्टाग्राम समेत अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपलोड कर दिया।
पुलिस महानिरीक्षक गर्ग ने बताया कि चारों नाबालिगों के खिलाफ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया गया। उनके पास से दो मोबाइल फोन जब्त किए गए हैं। पुलिस ने रेलवे स्टेशन और आसपास के इलाकों के सीसीटीवी फुटेज खंगाले, जिससे आरोपितों की पहचान हुई। चारों नाबालिगों को हिरासत में लेकर किशोर न्याय अधिनियम के तहत संबंधित अधिकारियों के सामने पेश किया गया है। चार बच्चों में से तीन को बाल सुधार गृह भेजा गया। केवल एक को उनके माता-पिता के सुपुर्द किया गया।
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हिन्दुस्थान समाचार / Dr. Vara Prasada Rao PV

