छत्तीसगढ़ के सुकमा में दो इनामी सहित तीन नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण

सुकमा, 18 मार्च (हि.स.)। सुकमा जिले में नक्सल उन्मूलन अभियान के तहत सक्रिय दो इनामी सहित तीन नक्सलियों ने आज पुलिस व सीआरपीएफ अधिकारियों के समक्ष आत्मसमर्पण किया। आत्मसमर्पण करने वाले दो नक्सलियों पर 2-2 लाख, कुल 4 लाख रुपये का इनाम घोषित था।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि छत्तीसगढ़ शासन की ‘‘छत्तीसगढ़ नक्सलवाद उन्मूलन एवं पुनर्वास नीति’’ एवं सुकमा पुलिस द्वारा चलाये जा रहे ‘‘नियद नेल्ला नार’’ योजना से प्रभावित होकर तथा अति संवेदनशील अंदरूनी क्षेत्रों में लगातार कैम्प स्थापित होने से नक्सलियों का मनोबल टूटा है। पुलिस के बढ़ते प्रभाव व नक्सली हिंसा से तंग आकर नक्सली संगठन में सक्रिय इन नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है।
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आत्मसमर्पित नक्सलियों में दो-दो लाख के इनामी 26 वर्षीय मड़कम एर्रा बाबू (कंचाल आरपीसी सीएनएम अध्यक्ष) निवासी मुंतामडगू थाना पामेड़ जिला बीजापुर तथा 41 वर्षीय मड़कम हड़मा (कंचाल आरपीसी डीएकेएमएस अध्यक्ष) निवासी कंचाल एर्रागोड़पारा थाना पामेड़ जिला बीजापुर शामिल हैं। इनके साथ ही 35 वर्षीय सोडी देवा (मेटागुड़ा आरपीसी सीएनएम उपाध्यक्ष) निवासी कहेर दुलोड़ थाना चिंतागुफा जिला सुकमा के द्वारा नक्सल संगठन को छोड़कर समाज की मुख्यधारा में जुड़ने के उद्देश्य से मंगलवार को पुलिस अधीक्षक कार्यालय, जिला सुकमा में नक्सल आपरेशन सुकमा एएसपी उमेश प्रसाद गुप्ता, द्वितीय कमान अधिकारी 151 वाहिनी सीआरपीएफ अयोध्या सिंह, एएसपी नक्सल ऑप्स मनीष रात्रे एवं उपनिरीक्षक सरजीत आलम डीआईजी ऑफिस सुकमा के समक्ष बिना हथियार के आत्मसमर्पण किया।
उक्त सभी आत्मसमर्पित नक्सलियों को ‘‘छत्तीसगढ़ नक्सलवाद उन्मूलन एवं पुनर्वास नीति’’ के तहत सहायता राशि व अन्य सुविधायें प्रदान की जाएंगी।
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हिन्दुस्थान समाचार / मोहन ठाकुर