अयोध्या में भगवान श्रीराम की मूर्ति स्थापना में शामिल हो पूरा हिंदू समाज : आलोक
रामगढ़ (झारखंड), 29 अक्टूबर (हि.स.)। विश्व का हिंदू समाज अयोध्या में भगवान श्रीराम की मूर्ति स्थापना की बाट जोह रहा है। 22 जनवरी, 2024 वह दिन तय हो चुका है, जब मंदिर में श्रीराम की मूर्ति स्थापित होगी। इस कार्यक्रम में हिंदू समाज के लोग शामिल हों, इसके लिए विश्व हिंदू परिषद पूरे समाज का आह्वान कर रहा है।यह बातें रविवार को रामगढ़ पहुंचे विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने कही।
उन्होंने कहा कि 22 जनवरी को हिंदू समाज का प्रत्येक व्यक्ति अपने आसपास के मंदिरों में इकट्ठा हो और उस प्रतिमा स्थापना का दृश्य देखे। साथ ही वहां होने वाली सामूहिक आरती में भी शामिल हो। रामगढ़ दौरे पर पहुंचे विहिप नेता ने शहर के रेलवे स्टेशन के समीप विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यालय का उद्घाटन भी किया। इस दौरान स्वामी विवेक नाथ एवं स्वामी विराट नाथ भी वहां मौजूद थे।
इस दौरान आलोक कुमार ने कहा कि झारखंड में सरकार हिंदुओं के प्रति सजग नहीं है। जब भी कोई वारदात होती है तो वोट को ध्यान में रखकर यह सरकार मुसलमानों के प्रति ममता दिखने लगती है। अब हिंदू समाज को वैसी सरकारों को चुनना चाहिए जो उनके समाज के हित के बारे में सोचे। राजनीतिक दल कोई भी हो लेकिन जो हिंदुओं के बारे में सोचेगा, उसे ही हिंदू समाज को अपनाना चाहिए।
आलोक कुमार ने 22 जनवरी को अयोध्या श्रीराम मंदिर का हो रहे प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम में सभी हिंदू जनमानस को आमंत्रित करते हुए कहा कि उस दिन झारखंड सहित देश में दीपोत्सव मनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्राण प्रतिष्ठा के दिन झारखंड में कोई भी घर ऐसा न हो जिसमे दीपक न जले। समस्त हिंदू जनमानस को अपने-अपने क्षेत्र के मंदिरों में एकत्रित होकर कार्यक्रम के 24 घंटा पूर्व से धार्मिक अनुष्ठान करे एवं अयोध्या में हो रहे कार्यक्रमों का अपने-अपने मंदिरों में स्क्रीन या टीवी के माध्यम से अवलोकन करें। साथ ही अयोध्या में भगवान रामलीला का आरती जिस समय हो उस समय सभी जनमानस अपने-अपने मंदिर में ही खड़ा होकर आरती करें।
आलोक कुमार ने कहा कि भगवान श्रीराम को अपने मकान के लिए 496 वर्षों का इंतजार करना पड़ा लेकिन जल्द ही मथुरा और काशी में भी भगवान अपने मूल मंदिर में विराजमान होंगे। हालांकि, अभी यह मामला कोर्ट में है लेकिन उम्मीद है कि जल्द ही हिंदू संगठनों के पक्ष में फैसला आएगा।
भगवान वाल्मीकि आश्रम के स्वामी विवेकनाथ ने कहा कि भगवान वाल्मीकि ने रामायण की रचना कर श्रीराम की नीति, मर्यादा एवं आदर्श को हमारे समाज में रखा। श्रीराम को घर-घर तक ले जाने में भगवान वाल्मीकि का विशेष योगदान रहा है। उन्होंने कहा कि हिंदू समाज सदैव से समरस समाज रहा है। काल खंडों में जात-पात, ऊंच-नीच का भेदभाव देकर समाज को तोड़ने का प्रयास किया है। आज पुन: विश्व हिंदू परिषद समाज को समरस करने की दिशा में कार्य कर रहा है।
कार्यक्रम में प्रांत कार्याध्यक्ष तिलक राज मंगलम, प्रांत मंत्री बिरेंद्र साहू, प्रांत सह मंत्री मनोज पोद्दार, प्रांत विधि प्रकोष्ठ प्रमुख राजेंद्र कृष्ण, प्रांत सामाजिक समरसता प्रमुख मिथलेश्वर मिश्रा, प्रांत संगठन मंत्री देवी सिंह, जिलाध्यक्ष डॉ आलोक रतन चौधरी, कार्याध्यक्ष अतुलेश सिंह, जिला मंत्री छोटू वर्मा, बजरंग दल जिला संयोजक भागीरथ पोद्दार, जिला कोषाध्यक्ष अभय वर्मा, जिला मिलन केंद्र प्रमुख महेंद्र ठाकुर सहित कई लोग मौजूद थे।
हिन्दुस्थान समाचार/ अमितेश/चंद्र प्रकाश
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