आईबी अधिकारी का पार्थिव शरीर पहुंचा रांची एयरपोर्ट, मरांडी ने दी श्रद्धांजलि

WhatsApp Channel Join Now
आईबी अधिकारी का पार्थिव शरीर पहुंचा रांची एयरपोर्ट, मरांडी ने दी श्रद्धांजलि


आईबी अधिकारी का पार्थिव शरीर पहुंचा रांची एयरपोर्ट, मरांडी ने दी श्रद्धांजलि


आईबी अधिकारी का पार्थिव शरीर पहुंचा रांची एयरपोर्ट, मरांडी ने दी श्रद्धांजलि


रांची, 24 अप्रैल( हि.स.)। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में मारे गए आईबी अधिकारी मनीष रंजन का पार्थिव शरीर गुरुवार को रांची एयरपोर्ट लाया गया। इस मौके पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी भी पहुंचे और उन्होंने श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान भाजपा के राज्यसभा सांसद प्रदीप वर्मा, रांची महानगर के अध्यक्ष वरुण साहू सहित अन्य नेताओं ने श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद पार्थिव शरीर को पश्चिम बंगाल के झालदा के लिए रवाना कर दिया गया। इस मौके पर दिवंगत मनीष रंजन केे पिता मंगलेश मिश्रा ने कहा कि केंद्र सरकार आतंकियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करे।

इस अवसर पर बाबूलाल मरांडी ने पत्रकारों से कहा कि आतंकियों की यह घटना क्षमा करने के योग्य नहीं है। इस घटना को भारत सरकार गंभीरता से ले रही है। यह घटना जहां से प्रायोजित हुई है, उन्हें भी नहीं छोड़ा जाएगा। यह घटना सिर्फ 26 लोगों की हत्या की नहीं है, बल्कि देश के 140 करोड़ हिंदुस्तानियों पर गोलियां चलाने का है। इसका माकूल जवाब देने के लिए केंद्र सरकार कटिबद्ध है। जवाब सरकार कब देगी, कैसे देगी, इसकी प्रतीक्षा करनी चाहिए। अब समय आ गया है कि बार-बार जो लोग सेकुलरिज्म के नाम पर इस प्रकार के एलिमेंट को जो लोग बचाते हैं, उनको भी हमें चिन्हित कर कार्रवाई करनी चाहिए। झारखंड की धरती में ऐसे लोग हैं, जिसकी गिरफ्तारी भी बोकारो से हुई हैं। यहां तो मंत्री भी संविधान से ऊपर शरिया को मानते हैं। उसका ही यह नतीजा है । इस प्रकार के जो लोग हैं, उनके ऊपर देशद्रोह का मामला दर्ज होना चाहिए और जेल में ऐसे लोगों को बंद करना चाहिए।

दिवंगत के भाई विनीत रंजन ने बताया कि मंगलवार को मनीष की मौत की सूचना मिली थी। मनीष रंजन अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ यात्रा पर गए थे। मनीष रंजन मिश्रा की शादी साल 2010 में प्रयागराज के रहने वाली जया से हुई थी। उनके दो बच्चे हैं, जिनमें एक 12 साल का बेटा और 8 साल की बेटी है। मूल रूप से बिहार के सासाराम के रहने वाले मनीष रंजन के पिता मंगलेश मिश्रा झालदा हिंदी हाई स्कूल के प्रधानाध्यापक थे। वह कुछ साल पहले रिटायर हुए हैं। जिसके बाद से पूरा परिवार पश्चिम बंगाल के झालदा में ही रहता है। उनका अंतिम संस्कार झालदा में ही किया जाएगा।

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पर्यटक स्थल पर गत मंगलवार को हुए आतंकी हमले में (आईबी) के अफसर मनीष रंजन की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।

मनीष रंजन हैदराबाद में आईबी के सेक्शन ऑफिसर के पद पर तैनात थे। वह अपनी पत्नी जया मिश्रा, 12 साल के बेटे और 8 साल की बेटी के साथ कश्मीर घूमने गए थे। जहां आतंकी हमले में मनीष की मौत हो गई थी।

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / विकाश कुमार पांडे

Share this story