विश्व को उसी की भाषा में समझानी होगी पंचगव्य की प्रमाणिकता : डॉ. मोहन भागवत
मथुरा, 28 नवम्बर (हि.स.)। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत ने मंगलवार फरह स्थित दीनदयाल गऊ ग्राम परखम में दीनदयाल गौ विज्ञान अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केंद्र का लोकार्पण के बाद कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि गाय का संबंध सभी प्रकार की उन्नतियों से है। भारत के उत्थान के संग-संग गौमाता भी एक आगे कदम बढ़ाकर चल रही है। गाय हमारी नहीं विश्व की माता है। सदियों से जीवन के अनुभव में हमने निरंतर गौ सेवा को प्रत्यक्ष रूप में पाया है। जहां श्रद्धा और विश्वास की कमी आई है। अब जमाना आ गया है, सब प्रमाण मांगते हैं। हमको विश्व को उसकी ही भाषा में गौ माता के पंचगव्य को समझाना होगा। इसके लिए सभी चिंताएं छोड़कर अमृत मिलने तक मंथन करना होगा। दीनदयाल जी ने अन्तोदय का मंत्र दिया था, जिसका अर्थ है कि समाज के अन्तिम लाइन में खड़े व्यक्ति की उन्नति असली उन्नती होती है। वहीं, देश की उन्नती में अग्रसर होता है।
उन्होंने कहा कि इस बार मैं यहां आया हूं गाय के संवर्धन का यह प्रकल्प देश को विश्व पटल पर अग्रणी बनाएगा। जो हमारा पालन करती है वह हमारी माता है। चाहें वह गाय के रूप में हो, नदी के रूप में हो, धरती के रूप में हो यह सभी हमारी माता है। हम इन सभी के कृतज्ञ हैं। इनसे प्रेरणा लेकर इनके लिए कुछ करना ही मानव जीवन है। यह सब हमें परम्पराओं ने सिखाया है। यह हमारी आत्मा है जो सभी को स्वच्छ रखती है। निरंतर गौ सेवा से हमने इसे प्रत्यक्ष पाया है। पर्यावरण का संकट खेती करने वाला कर्जा लेता है उसका उपाय गौ सेवा है।
सरसंघचालक ने कहा कि देशी गाय के दूध की महिमा पूरा विश्व समझता है। बड़ी संख्या में गौ संवर्धन और गौशाला का निर्माण हो रहा है, लेकिन हम अपनी श्रद्धा को भूल गए हैं। भारत का उत्थान कब होता है, जब धर्म का स्थान होता है। पूरे विश्व को उसकी भाषा में समझाना के लिए आयुर्विज्ञान केन्द्र पंचगव्य संस्थान यह महत्वाकाँक्षी योजनाएँ हैं जो विश्व को भारत ने दी हैं। यह एक संकल्प है जिसके लिए हमें सतत प्रयास करते रहना है जिसके लिए हमें अपने प्राणों की भी चिंता नहीं करनी है। भारत की भूमि को गौरवान्वित करने का उपकरण है। हम सभी को भी गौ सेवा में हाथ बटाना है। गौ को माता कहना है तो उनके पुत्र का कर्तव्य भी हमें निभाना है। कर्तव्य के लिए सेवा करेंगे उसे अपने पास रखेंगें तभी गौ सेवा का संकल्प पूर्ण होगा। यहां गौ सेवा के लिए आश्रय स्थल भवन बनने जा रहा है जिससे गाय की सेवा में कोई कमी नहीं रहेगी।
उन्होंने कहा मैं जब भी दीनदयाल धाम आता हूं, मुझे यहां आनन्द की अनुभूति होती है। इस परिसर का प्रकल्प हर बार पांच कदम आगे रहता है। सन् 1983 में प्रथम बार मैं नगला चन्द्रभान आया था। जब दीनदयाल जी के छोटे से घर का भूमि पूजन था। मेरे साथ नाना जी देशमुख,भाऊ राव देवरस, अटल जी थे बारिश आ जाने के बावजूद भूमि पूजन का कार्य भीगते हुए सम्पन्न किया गया। सन् 2009 में सरकार्यवाह रहते हुए दूसरी बार यहां आया, तब प्रकल्पों का थोड़ा कार्य शुरू हो चुका था।
कार्यक्रम की प्रस्तावना समिति के मंत्री हरीशंकर ने कहा कि दीनदयाल धाम की स्थापना सन् 1988 में भाऊ राव देवरस ने की थी। स्व ओमप्रकाश की प्रेरणा से यहाँ गौशाला का निर्माण हुआ। इस अनुसंधान केन्द्र का 07 मई 2023 को शंकर लाल ने भूमि पूजन कर शुभारम्भ किया।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की गौ संवर्धन गतिविधि के अ.भा. प्रमुख शंकर लाल ने कहा कि यह केन्द्र भारत ही नहीं अपितु पूरे विश्व के लिए गौ माता की सेवा का अनूठा प्रकल्प बनेगा। देशी गायों का पालन करने से भारत स्वालम्बी जगतगुरू भारत और रोग मुक्त भारत बनेगा। गौ माता के घी से बुद्धि तीक्ष्ण होती है। गाय के दूध से कुपोषण खत्म होती है। आने वाले समय में नशामुक्त भारत बनाने में गाय की अहम भूमिका रहेगी जिससे भारत जगतगुरू भारत बनेगा।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कामधेनु गौशाला समिति अध्यक्ष महेश गुप्ता ने संचालन अतुल कृष्ण भारद्वाज एवं धन्यवाद प्रांत सह प्रचार प्रमुख कीर्ति कुमार ने किया।
ये रहे मौजूद
मंच पर समिति के अध्यक्ष मधुसूदन दादू, सुमन दीदी के साथ उत्तराखंड व ब्रज के प्रमुख संतगण मंचासीन रहे। कार्यक्रम में अ.भा. प्रचारक प्रमुख सुरेश, क्षेत्र संघचालक सूर्य प्रकाश टोंक, क्षेत्र कार्यवाह डॉ. प्रमोद शर्मा, अ.भा. सह सेवा प्रमुख राजकुमार मटाले, क्षेत्र प्रचारक महेंद्र , स्मारक समिति अध्यक्ष मधुसूदन दादू, क्षेत्र प्रचार प्रमुख पदम, प्रांत प्रचारक मेरठ अनिल, ब्रजप्रांत प्रचारक हरीश, उत्तराखंड प्रांत प्रचारक डॉ. शैलेंद्र, सह प्रांत प्रचारकों में धर्मेंद्र, विनोद, चंद्रशेखर, धर्मजागरण प्रमुख ईश्वर दयाल, प्रांत धर्मजागरण प्रमुख दिनेश लवानियां, डॉ. अनुराग शर्मा, केशव धाम निदेशक ललित, प्रांत कार्यवाह राजकुमार सिंह, डॉ. ध्रुव, विनोद चौधरी, संदीप, अशोक त्यागी आदि हजारों स्वयंसेवक उपस्थित रहे।
हिन्दुस्थान समाचार/महेश/बृजनंदन/प्रभात
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