ठाकुर बांकेबिहारी महाराज विराजे फूलबंगला में, हरियाली अमावस्या तक फूलबंगलों के बीच देंगे दर्शन

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ठाकुर बांकेबिहारी महाराज विराजे फूलबंगला में, हरियाली अमावस्या तक फूलबंगलों के बीच देंगे दर्शन


ठाकुर बांकेबिहारी महाराज विराजे फूलबंगला में, हरियाली अमावस्या तक फूलबंगलों के बीच देंगे दर्शन


108 दिनों में 216 फूल बंगले बनाए जाएंगे बांकेबिहारी मंदिर में

सुबह शाम अलग अलग फूलबंगले में जन जन के आराध्य किए जाएंगे विराजित

मथुरा, 08 अप्रैल(हि.स.)। वृंदावन में चैत्र मास की फूलडोल एकादशी से लाड़ले ठा. बांके बिहारी महाराज के फूल बंगलों का क्रम शुरू हो गया है। यह फूल बंगले श्रावण मास की हरियाली अमावस्या तक निरंतर बनते रहेंगे। इन 108 दिनों में 216 फूल बंगले बनाए जाएंगे। जिनमें प्रतिदिन सुबह और शाम अलग-अलग फूल बंगला में आराध्य को विराजित किया जाएगा। वहीं ब्रज के अन्य मंदिरों में भी फूल बंगलों का क्रम शुरू हो गया। ठा. राधा वल्लभ लाल ने मंगलवार को गुलाब डोल में विराज कर भक्तों को दर्शन दिए। इस बार ठाकुर बांके बिहारी फूल बंगला में 8 अप्रैल से 24 जुलाई तक विराजेंगे।

जन-जन के आराध्य ठाकुर बांके बिहारी जी महाराज को इस गर्मी से निजात दिलाने के लिए परंपरागत फूल बंगलों की शुरुआत मंगलवार से हो गई। यह बंगले राजभोग और शयनभोग दोनों सेवाओं में प्रतिदिन बनाए जाएंगे। कई क्विंटल बेला, रजनीगंधा, गुलाब, कनेर, गेंदा, गुलदावरी आदि देशी फूलों के साथ ही आर्किड, जरबरा जैसे देशी विदेशी प्रजाति के पुष्पों से ठाकुर जी को सुंदर, आकर्षक और मनोरम फूल बंगला में विराजित किया जाएगा। जगमोहन में बनने वाले फूल बंगलों के साथ ही मंदिर का संपूर्ण प्रांगण और बाहर के मुख्य द्वार अभी भी सजाए जाते हैं। भक्त अपनी मनोकामनाएं पूरी होने पर ठाकुर जी को फूल बंगला सेवा अर्पित करते हैं। लाखों रुपए में बनने वाले इन बंगलों के लिए भक्तों में बुकिंग कराने की होड़ रहती है।

निकुंजविलासी हैं ब्रज के ठाकुर

ब्रज के आराध्य ठाकुर निकुंज विलासी हैं। रसिकाचार्यों द्वारा प्राकट्य के बाद इन्हें निकुंज भाव की सेवा निवेदित की जाती रही। फूल बंगला कला के परंपरागत आधिकारिक सेवार्थी पं. गिरधारी लाल शर्मा ने बताया कि वर्तमान समय में आधुनिक परिवेश के चलते फूल बंगला का स्वरूप भी बदल गया है और इसमें काफी विस्तार होने के साथ कलात्मक पक्ष भी शिथिल और समझौतावादी हो गया है किंतु सुगंधित फूलों का प्रयोग आनंद प्रदान करने वाला होता है। ठा. राधारमण लाल, ठा. राधावल्लभ लाल, ठा. बांकेबिहारी लाल, ठा. रसिकबिहारी, मोहिनी बिहारी आदि आराध्य विग्रह संपूर्ण ग्रीष्म काल फूल बंगला की सेवा का आनंद उपभोग करते हैं।

हिन्दुस्थान समाचार / महेश कुमार

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