तमिलनाडु में भाजपा ने द्रविड़ राजनीति को दी चुनौती, कहा-सत्ता में आने पर हटाएंगे पेरियार की मूर्तियां
नई दिल्ली, 8 नवंबर (हि.स.)। तमिलनाडु में अब भारतीय जनता पार्टी ने द्रविड़ राजनीति को सीधे चुनौती दे दी है। तमिलनाडु के भाजपा अध्यक्ष के. अन्नामलाई ने कहा है कि यदि उनकी पार्टी राज्य में सत्ता में आती है, तो वह मंदिरों के बाहर लगी पेरियार की मूर्तियां हटा देगी। उन्होंने कहा कि ये मूर्तियां हिंदू मंदिरों का अपमान हैं और पार्टी इसे बर्दाश्त नहीं करेगी। पेरियार एक द्रविड़ नेता थे, जो अपनी नास्तिकता और ब्राह्मणों के विरोध के लिए जाने जाते थे।
उन्होंने यह बयान श्रीरंगम में दिया। के. अन्नामलाई ने कहा कि भाजपा के सत्ता में आने पर श्रीरंगम रंगनाथर मंदिर से लेकर राज्य के सभी मंदिरों के बाहर लगी ईवी रामासामी नायकर(पेरियार) की मूर्तियों को तुरंत हटा दिया जाएगा। साथ ही मंदिरों की बंदोबस्ती करने वाले हिंदू धार्मिक धर्मार्थ विभाग को भी सत्ता में आते ही सबसे पहले बंद कर दिया जाएगा।
उधर, डीएमके नेता कनिमोझी ने के. अन्नामलाई के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि वे सत्ता में आएंगे तो ही ऐसा काम कर पाएंगे। भाजपा कभी सत्ता में नहीं आएगी, इसलिए इस बयान की चिंता करने का कोई जरूरत नहीं है।
कौन हैं पेरियार:
ईवी रामास्वामी यानी पेरियार दक्षिण भारत के नेता थे। ऐसे नेता, जिन्होंने काफी हद तक दक्षिण भारतीय राज्यों की राजनीति तय कर दी। पेरियार धर्म के घनघोर विरोधी रहे। उन्होंने ब्राह्मणवाद और हिंदू धर्म की कुरीतियों का विरोध किया। उन्होंने न केवल धर्म ग्रंथों की होली जलाई बल्कि रावण को अपना नायक भी माना।
हिन्दुस्थान समाचार/ विजयलक्ष्मी/दधिबल
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