मप्र के मुख्यमंत्री यादव ने कहा, स्वामी विवेकानंद का भारत के संदर्भ में 100 साल पहले कहा हो रहा सच
भोपाल, 12 जनवरी (हि.स.) । मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने आज (शुक्रवार) स्वामी विवेकानंद की जयंती (राष्ट्रीय युवा दिवस) के अवसर पर स्थानीय शासकीय सुभाष उच्चतर माध्यमिक उत्कृष्ट महाविद्यालय में सामूहिक सूर्य नमस्कार कार्यक्रम में मां सरस्वती एवं स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर युवाओं को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद का भारत के संदर्भ में 100 साल पहले कहा आज सच हो रहा है।
उन्होंने कहा, '' हम सौभाग्यशाली हैं कि भारत दुनिया का सबसे युवा देश है। हम सब देख रहे हैं कदम-कदम पर भारत का पल प्रतिपल बदल रहा है। देश की अनेकानेक उपलब्धियां हमारे सामने हैं। अब हम चंद्रयान से गगनयान, फिर आदित्य एलवन तक देख रहे हैं। आज भारत हर क्षेत्र में आगे है। ''
डॉ. यादव ने कहा कि आज से 100 साल पहले स्वामी विवेकानंद ने घोषणा की थी कि 21वीं शताब्दी भारत की होगी । आज उनके कहे शब्द अक्षरश: सत्य होते दिख रहे हैं। हर क्षेत्र में भारत आज लीडर की भूमिका में है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपने हर कदम से युवाओं को रोमांचित करते हैं। अभी हमने लक्षद्वीप में देखा उन्होंने पानी के अंदर स्पोर्ट्स का अनुभव सभी के बीच साझा किया । प्रधानमंत्री ने वहां पहुंचकर ये सिद्ध कर दिया की हमारे देश में भी पर्यटन की कितनी संभावना हैं।
उन्होंने कहा कि यह देश की युवा शक्ति और राष्ट्रीय चेतना की सामूहिक शक्ति से ही संभव हो पाया है। डॉ. यादव ने कहा कि स्वामी विवेकानंद की जीवन प्रेरणादायी है। सभी को मालूम है कि साइंस की शिक्षा ग्रहण करते-करते उनकी यह सोच थी कि जब तक प्रत्यक्ष किसी को सामने देख नहीं लेते हैं, तब तक उस पर विश्वास नहीं करना, इसलिए स्वामीजी ईश्वर की खोज में और उसे प्रत्यक्ष आखों से देख लेना चाहते थे। ईश्वर को किसने देखा है? लेकिन वह उस ईश्वर की खोज में निकल पड़े। ईश्वर की खोज में स्वामी जी निरंतर अलग अलग लोगों से मिले।
यादव ने कहा कि जब उन्हें स्वामी रामकृष्ण परमहंस मिले और उन्होंने यही प्रश्न उनसे किया तो सामने से उत्तर आया कि हां, मैंने देखा है और तुम्हें भी दिखा सकता हूं। उसके बाद फिर काली मां से उनका साक्षात्कार हुआ। यही वह क्षण हैं जिसने उनके पूरे जीवन को बदल दिया। नई दिशा मिली । फिर उन्होंने आगे कहा कि समूचे मानव ईश्वर का अवतार हैं। ईश्वर का प्रसाद है। हमारा संपूर्ण जीवन गरीबों की सेवा करने और मानवोचित गुण विकसित करने के लिए है ।
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने अमेरिका के शिकागो विश्व धर्म सम्मेलन और उनके जीवन से जुड़े प्रसंग को भी सुनाया। उन्होंने कहा कि वह दौर ऐसा था जब भारत को लज्जित करने का प्रयास विश्वभर में हो रहा था। उस समय स्वामी विवेकानंद ने विदेश में यह संदेश दिया कि कैसे सर्वे भवन्तु सुखिन: की भावना सनातन धर्म में निहित है। आज प्रसन्नता है कि वह मध्य प्रदेश सरकार के मुखिया होने के नाते सबके साथ योग से जुड़े।
मुख्यमंत्री यादव ने कहा कि मध्य में होने के नाते हमारा प्रदेश भौगोलिक रूप से भव्य है लेकिन कुछ चुनौतियां भी हैं। हम 2024 में इन चुनौतियों से आगे बढ़ने और प्रदेश को बढ़ाने के लिए संकल्पित हैं। राज्य सरकार लगातार युवा शक्ति को ऊर्जा का अधिकतम श्रेष्ठ उपयोग करने की दिशा में कार्य कर रही है । हम सबके प्रयास से प्रदेश नंबर वन बनेगा।
सामूहिक सूर्य नमस्कार सुबह नौ बजे से ग्यारह बजे तक चला। इस दौरान राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम और मध्य प्रदेश गान का सामूहिक गायन किया गया। मुख्यमंत्री के संदेश का रेडियो से प्रसारण भी किया गया। इस बार सूर्य नमस्कार में कक्षा पहली से पांचवीं तक के बच्चों को शामिल नहीं किया गया। सामूहिक सूर्य नमस्कार कार्यक्रम में स्कूल शिक्षा के साथ उच्च शिक्षा, जनजातीय कार्य, पंचायत एवं ग्रामीण विकास, नगरीय विकास, वन, खेल एवं युवा कल्याण, सहकारिता, तकनीकी शिक्षा, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की संयुक्त सहभागिता रही।
हिन्दुस्थान समाचार/ मयंक/मुकुंद
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