मप्र के मंदसौर में ईद मिलादुन्नबी के जुलूस के दौरान मंदिर पर फेंका पत्थर, एक व्यक्ति घायल
- कार्रवाई की मांग को लेकर हिंदू संगठनों ने किया प्रदर्शन, तनाव के बाद बंद हुए बाजार
मंदसौर, 16 सितंबर (हि.स.)। मध्य प्रदेश के मंदसौर जिला मुख्यालय पर सोमवार को ईद मिलादुन्नबी के जुलूस के दौरान एक मंदिर पर पत्थर फेंकने से तनाव की स्थिति पैदा हो गई। इससे आक्रोशित होकर बड़ी संख्या में हिंदू संगठन के लोगों ने मंदिर के सामने बैठकर नारेबाजी करते हुए पत्थर फेंकने वाले आरोपित को जल्द गिरफ्तार करने की मांग की। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक अभिषेक आनंद और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गौतम सिंह पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और प्रदर्शन कर रहे लोगों को समझाया।
दरअसल, मंदसौर में सोमवार को दोपहर में नेहरू बस स्टैंड से ईद मिलादुन्नबी का जुलूस निकाला जा रहा था। इसी दौरान यहां स्थित बड़े बालाजी मंदिर पर जुलूस के बीच में से किसी असामाजिक तत्व ने पत्थर फेंका। इससे मंदिर परिसर में खड़ा एक व्यक्ति घायल हो गया। इसके बाद लोगों के बीच विवाद शुरू हो गया। मंदिर में पत्थर फेंकने और एक व्यक्ति के घायल होने से हिंदू संगठन के पदाधिकारी आक्रोशित हो गए और मंदिर के बाहर सड़क पर बैठकर नारेबाजी करने लगे। हिंदू संगठन ने मांग की कि पत्थर फेंकने वाले आरोपितों को जल्द गिरफ्तार किया जाए। इधर, जुलूस में विवाद की खबर के बाद शहर के कई बाजारों में दुकानदार शटर गिराकर जाने लगे।
पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद मुस्लिम समाज के जुलूस को गंतव्य तक पहुंचाया। इस दौरान बड़ी संख्या में हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता भी इकट्ठा हो गए। काफी देर तक पुलिस और हिंदू कार्यकर्ताओं के बीच बहस के बाद हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने सड़क पर बैठकर हनुमान चालीसा का पाठ किया। प्रशासन को चेतावनी दी कि अगर आरोपित के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई तो सख्त कदम उठाया जाएगा।
जुलूस को लेकर पहले से आगाह
भाजपा नेता गौरव अग्रवाल और विनय दुबेला ने बताया कि हिंदू संगठनों ने प्रशासन को पहले ही आगाह किया था कि मुस्लिम जुलूस के मार्ग में आने वाले हिंदू मंदिरों में पुलिस की विशेष व्यवस्था की जाए। हालांकि, प्रशासन ने इसे हल्के में लिया और मुस्लिम पक्ष में शामिल असामाजिक तत्वों ने प्लानिंग के तहत पत्थर फेंके। इससे दोनों पक्षों में माहौल गर्मा गया।
बालाजी मंदिर के पुजारी शरद द्विवेदी ने बताया कि हम मंदिर में बैठे थे। जुलूस निकल रहा था, इसी दौरान जुलूस के बीच में से एक पत्थर पास बैठे सहयोगी के सिर में लगा। एक पत्थर से मेरे पैर में भी चोट लगी। विरोध करने पर कुछ पत्थर और चप्पल हमारे ऊपर फेंके गए थे। मामले में शहर कोतवाली पुलिस ने मंदिर पुजारी की शिकायत पर प्रकरण दर्ज किया है। पुलिस अधीक्षक अभिषेक आनंद ने बताया कि अब सब शांत है। असामाजिक तत्वों की धरपकड़ जल्द ही की जाएगी।
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हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर
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