मथुरा यम द्वितीया पर्व: यम की फांस से बचाने को बहनों ने भाई संग लगाई यमुना में एकसाथ डुबकी
मथुरा, 15 नवंबर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले में बुधवार को यम द्वितीया पर्व पर यम की फांस से मुक्ति के लिए यमुना में स्नान करने के लिए भाई-बहन की भीड़ का ऐसा सैलाब उमड़ा कि यमुना का विश्राम घाट मिनी कुंभ नजर आया। भाई-बहनों ने एक-दूजे का हाथ पकड़ कर विश्राम घाट पर यमुना में डुबकी लगाई। इसके बाद यहां बने भाई-बहन के मंदिर के दर्शन किए। बहनों ने भाई का टीका कर लंबी आयु की कामना की। भाई ने बहनों को उपहार दिए। सुबह होते ही विश्राम घाट पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ लग गई। नगर निगम के अधिकारी माइक से गहरे पानी में स्नान न करने की सलाह देते नजर आए।
मंगलवार शाम से ही यमुना के घाटों पर बहन-भाइयों को एक साथ डुबकी लगाते हुए देखा गया था। यह सिलसिला रातभर चलने के बाद फिर बुधवार सुबह तड़के से ही यमुना घाटों पर स्नान करने वालों का तांता लग गया। मथुरा में विश्राम घाट, बंगाली घाट, यमुना पार आदि घाटों के अलावा वृंदावन में केशीघाट, गोकुल में ठकुरानी घाट, मुरलीधर घाट और ब्रह्मांड घाट आदि पर यमुना स्नान करने वालों की भीड़ सुबह से ही जुटने लगी। यम फांस से बचने के लिए भाई और बहनों ने एक साथ यमुना में डुबकी लगाई। इस दौरान भाई बहनों का भाव देखने योग्य था। बहनें अपने भाइयों की दीर्घायु और कुशलता की मनौती मांग रही थीं, तो भाई भी उनको सदा सुखी रहने का आशीर्वाद प्रदान कर रहे थे। यमुना स्नान करने वालों की सुविधा के लिए महिला चेंजिंग रूम, शौचालय आदि की व्यवस्था तो नगर निगम की ओर से की ही गई थी, साथ ही किसी अनहोनी से बचने के लिए यमुना में बैरिकेडिंग एवं ड्र्रोन कैमरे से निगरानी भी की गई थी। पुलिस की ओर से यमुना में स्टीमर चलाए गए थे, जिन पर पुलिसकर्मी गोताखोरों के साथ तैनात रहे। मोटरवोट का भी लोगों ने आनंद उठाया। यहां मेले जैसा माहौल था। एक तरह से कुंभ नजर आ रहा था। यह सिलसिला दोपहर बाद तक चलता रहा। नगर निगम ने महिला श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए चेंजिंग रूम बनवाए। मोबाइल टायलेट की भी व्यवस्था की गई।
सिटी मजिस्ट्रेट ने शहर की सुरक्षा और यातायात व्यवस्था की कमान संभाली। इस दौरान जिलाधिकारी, एसएसपी, नगर आयुक्त, सिटी मजिस्ट्रेट, एसपी सिटी मार्तण्ड प्रकाश सिंह, सीओ सिटी अभिषेक तिवारी ने देररात से ही विश्राम घाट पर कैम्प कर यम द्वितीया का स्नान सकुशल सम्पन्न कराकर राहत की सांस ली। समाज सेवी संस्थाओं ने भी खोआ पाया शिविर लगाकर बिछड़ों को मिलवाया।
धार्मिक मान्यता है कि बहन यमुना के विशेष अनुरोध पर यमराज विश्रामघाट पर भाई दूज वाले दिन मिलने आए थे। यमुनाजी ने अपने भाई यमराज का स्वागत धूमधाम से किया। भाई यमराज ने बहन से वरदान मांगने को कहा। यमुनाजी ने कहा कि वह तीनों लोकों के पालनहार की पटरानी हैं। मेरे यहां किसी चीज की कमी नहीं हैं। मैं आपसे क्या मांगू। वह कहते हैं कि की बहन मैंने तेरे यहां मुंह झूठा किया है, ये भार मेरे पर है। यमुना मैया बोली, भैया अगर कुछ देना ही है तो यह वरदान दें कि जो भी मेरे अंदर स्नान करेगा, वह यमलोक न जाकर सीधा स्वर्ग जाएगा। भैया यमराज ने कहा कि ऐसे तो उनका लोक खाली हो जाएगा, लेकिन भाई-दूज वाले दिन जो भी भाई-बहन विश्राम घाट पर स्नान करेंगे और मंदिर के दर्शन करेंगे, वह स्वर्ग में जाएंगे। देश-दुनिया से भाई-बहन यम की फांस से मुक्ति को यम द्वितीया पर स्नान करने यहां आते हैं।
हिन्दुस्थान समाचार/महेश/पवन
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